झगड़ती रही जीआरपी और जिला पुलिस, 72 घंटे तक पड़ी रही लाश
रामगढ़, 12 अगस्त (हि.स.)। रेलवे प्रक्षेत्र और जिला पुलिस की सीमा की लड़ाई में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश 72 घंटे तक पड़ी रही। ना तो जीआरपी में उसे लाश को उठाना उचित समझा और ना ही इस पचड़े को रामगढ़ जिला पुलिस अपने सिर पर डालना चाहती थी। 72 घंटे की इस रस्साकस्सी के बाद यह तय हो गया कि जिस जगह पर व्यक्ति की लाश पड़ी है वह रेलवे प्रक्षेत्र में आता है। तब सोमवार को जीआरपी ने अज्ञात व्यक्ति की लाश को अपने कब्जे में लिया।
यह मामला बरकाकाना ओपी क्षेत्र का है। बरकाकाना 10 नंबर रेलवे साईडिंग के निकट एक अज्ञात युवक का शव पड़े होने की सूचना शनिवार को जीआरपी और बरकाकाना पुलिस को मिली थी। जानकारी के बावजूद राजकीय रेल थाना और बरकाकाना पुलिस एक दूसरे का सीमा क्षेत्र होने की बात कह पल्ला झाड़ती रही। शनिवार को देखे गये शव का सोमवार की शाम जीआरपी बरकाकाना ने उठाव किया। सीमा विवाद के पेंच में फंसकर शव की स्थिति काफी बदतर हो गई। शव विभत्स होकर पहचाने योग्य तक नहीं रहा।
10 नंबर रेलवे साइडिंग पर मिली थी युवक की लाश
जानकारी के अनुसार शनिवार को 10 नंबर रेलवे साईडिंग के निकट एक अज्ञात युवक का मिलने पर इसकी जानकारी जीआरपी बरकाकाना को मिली। लेकिन सीमा क्षेत्र के बाहर के बाद कहते हुए जीआरपी पुलिस ने शव उठाने से पल्ला झाड़ लिया। वहीं मामले की जानकारी बरकाकाना पुलिस को हुई। पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन जीआरपी क्षेत्र होने की बात कह शव को वहीं छोड़ दिया। सोमवार की शाम तक शव यथावत पड़ा रहा। इसके बाद जीआरपी की टीम घटना स्थल पहुंची और पंचनामा कर शव का उठाव किया। मृतक ने मैरून रंग में सफेद धारीदार टीशर्ट और पीले रंग का जांघिया पहना है। शव के पास लाल रंग गमछा, पैंट और सफेद रंग का चप्पल पाया गया है। स्थानीय लोगो के अनुसार साईडिंग के निकट सुनसान जगह पर शव मिला है। कम ही लोगों का इधर आना-जाना होता है। शनिवार को स्थानीय लोगों ने शव पड़़ा देखा गया। जबकि शव की हालत से साफ होता है कि तीन दिनों से भी अधिक समय से शव यहां पड़ा हुआ था। पोस्टमार्टम के बाद ही उसकी मौत की वजह का खुलासा होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश / शारदा वन्दना