लोहंडिया बाजार के निवासियों ने बिजली के मुद्दे पर ईसीएल प्रबंधन को सौंपा ज्ञापन, दी चेतावनी
गोड्डा, 27 जून (हि.स.)। ईसीएल के राजमहल परियोजना प्रबंधन के जरिए परियोजना प्रभावित लोहंडिया बाजार को बिजली नहीं देने पर गांव के लोगों ने परियोजना के खनन कार्य को बंद करने का अल्टीमेटम दिया है। खनन क्षेत्र से सटे लोहंडिया बाजार के ग्रामीणों ने गुरुवार को बिजली की मांग को लेकर परियोजना के महाप्रबंधक प्रभारी के नाम ज्ञापन सौंपा और 14 दिन के अंदर लोहंडिया बाजार में ईसीएल की बिजली देने की मांग की।
ज्ञापन में लिखा है कि राजमहल परियोजना लोहंडिया बाजार से महज 30 मीटर की दूरी पर डीप माइनिंग खनन कार्य कार्य कर रही है। यहां के लोग हैवी ब्लास्टिंग, धूलकण, भूमि कटाव एवं अन्य घटनाएं झेलने को विवश है। ग्रामीणों ने कहा कि परियोजना के द्वारा पिछले 10-20 वर्षों से परियोजना प्रभावित आसपास के गांव तेतरिया, बलिया, डकैता, ललघूटवा बड़ा सिमरा, छोटा सिमरा, घाट सिमरा, ललमटिया, लोहांडिया बस्ती पुनर्वास स्थल, लोहांडिया बस्ती, हिजूकिता, बसडीहा, चितरकोठी बागजोरी आदि गांवों में ईसीएल की बिजली दी गई है।
राजमहल परियोजना के इस सौतेले व्यवहार से अक्रोशित ग्रामीणों ने गुरुवार को क्षेत्रीय कार्यालय में सैकड़ो की संख्या में पहुंचकर अल्टीमैटीम दिया और कहा कि यदि 14 दिन के अंदर लोहंडिया बाजार में राजमहल परियोजना द्वारा अन्य बस्तियों की तरह बिजली मुहैया नहीं करती है तो खनन कार्य बंद कर प्रदर्शन करने को विवश होगी, जिसके जिम्मेदार राजमहल परियोजना के महाप्रबंधक प्रभारी होंगे।
ग्रामीणों ने परियोजना को सौंप गए ज्ञापन की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री, कोयला मंत्री, राजमहल सांसद, गोड्डा सांसद, बोरियों विधायक, उपायुक्त गोड्डा, कोल निदेशक संकटोरिया, जिला परिषद गोड्डा, जिला परिषद सदस्य बोआरीजोर उतरी, अनुमंडल पदाधिकारी महागामा, प्रखंड विकास पदाधिकारी महागामा, पुलिस अधीक्षक गोड्डा, ललमटिया थाना प्रभारी सहित सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को प्रेषित की है।
हिन्दुस्थान समाचार/ रंजीत /चंद्र प्रकाश