क्रॉस वेरिफिकेशन पोर्टल पर चिकित्सकों ने खड़े किए सवाल, सरकार को दिया अल्टीमेटम

 


20 अगस्त तक सरकार निकाले हल, बायोमेट्रिक अटेंडेंस से रखा जाए दूर

महिला चिकित्सक की हत्या पर झासा और आईएमए ने जताई चिंता, की फांसी की मांग

रामगढ़, 12 अगस्त (हि.स.)। झारखंड में चिकित्सक और सरकार एक बार फिर आमने-सामने हैं। इस बार लड़ाई बायोमैट्रिक अटेंडेंस और क्रॉस वेरिफिकेशन पोर्टल को लेकर लड़ी जा रही है। इस मुद्दे पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की पदाधिकारी डॉक्टर ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया कि राज्य सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है और चिकित्सकों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। बायोमेट्रिक सिस्टम का विरोध 1 साल पहले भी हुआ था और आज भी जारी है। चिकित्सा इमरजेंसी सेवा से जुड़े हुए हैन। उनके समय और कार्य की कोई सीमा नहीं है। इसके अलावा जिस सिस्टम से अटेंडेंस बनाने की बात की जा रही है उसके लिए इंटरनेट नेटवर्क, सर्वर और बिजली बेहद आवश्यक है। झारखंड में 40% चिकित्सक सुदूरवर्ती इलाकों में पदस्थापित हैं और वहां नेटवर्क की भारी कमी है। जिसकी वजह से उन चिकित्सकों को इसकी परेशानी झेलनी पड़ेगी।

क्रॉस वेरिफिकेशन पोर्टल से होगा स्पष्टीकरण

झासा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ शरद भारद्वाज ने बताया कि राज्य सरकार के स्तर से बनाया गया क्रॉस वेरिफिकेशन पोर्टल भी चिकित्सकों के लिए बड़ा सिर दर्द होने वाला है। इसके तहत चिकित्सकों को सीधे स्पष्टीकरण होगा । रविवार के दिन छुट्टी होने के बावजूद कई चिकित्सकों को अटेंडेंस नहीं बनाने हेतु मैसेज किए गए। जिसके तहत कार्रवाई की जाएगी। जब तक कार्रवाई पूरी नहीं होती है चिकित्सकों का वेतन भी बंद रहेगा । ऐसी स्थिति में राज्य के चिकित्सकों को काम करने से ज्यादा कागजी और इंटरनेट वर्क में ही समय बिताना पड़ेगा। सरकार को 20 अगस्त तक का अल्टीमेट आइटम दिया गया है। अगर इस व्यवस्था को वापस नहीं किया जाएगा तो चिकित्सक आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।

बायोमैट्रिक अटेंडेंस के आधार पर वेतन का आदेश गलत

डॉ शरद भारद्वाज ने बताया कि राज्य के तीन जिलों में चिकित्सकों को बायोमैट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही वेतन देने की घोषणा कर दी गई है। यह आदेश वहां के डीसी के निर्देश पर सीधे कोषागार से निकल गया है। चिकित्सकों के साथ पारामेडिकल स्टाफ और कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे कर्मचारियों के आधे महीने की सैलरी कट जाएगी।

पश्चिम बंगाल में ड्यूटी के दौरान एक महिला चिकित्सक की बलात्कार के बाद हत्या पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और झासा के पदाधिकारियों ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। संयुक्त बैठक में पदाधिकारियों ने कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार सभी आरोपियों को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार करें और उन्हें फांसी की सजा दिलाए। अगर 48 घंटे के अंदर चारों आरोपी गिरफ्तार नहीं होते हैं तो पूरे देश में आंदोलन होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश / शारदा वन्दना