दो वर्षों से जिंदगी और मौत से जूझ रहा है युवक
पलामू, 7 जून (हि.स.)। जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के रबदा ग्राम निवासी सोनू चौधरी (28) करंट लगने के कारण इलाज के अभाव में पिछले दो वर्षों से जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। छठ पूजा के मौके पर लगाए गए टेंट खोलते समय टेंट की लोहे की पाइप 11 हजार वोल्ट से टच हो गया था। करंट की मार इतनी भयावह रही कि सोनू की जान तो बच गई पर आज भी पत्नी के भरोसे जीवन काट रहा है। शरीर का आधा हिस्सा काम करना बंद कर दिया है। ऐसे में पत्नी रिंकी देवी के लिए घर की बुरी आर्थिक स्थिति, बच्चों की परवरिश और पति की देख भाल कर पाना कांटों पर चलने से कम नहीं है। रिंकी से प्रशासन एवं झारखंड सरकार से बेहतर इलाज कराने में पहल करने की गुहार लगायी है।
ज्ञात हो कि सोनू का प्रारंभिक इलाज मेदिनीनगर सदर अस्पताल में हुआ था, वहां से चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया था।
सोनू की पत्नी रिंकी देवी का कहना है कि रांची ग्लोबल अस्पताल में इलाज के दौरान पैसे की तंगी हो गई, तब उन्होंने विपरीत परिस्थिति में मदद की उम्मीद से अपने क्षेत्र के विधायक आलोक चौरसिया को फोन पर इसकी सूचना देकर बुलाने का प्रयास किया, लेकिन निराशा हाथ लगी। उल्टे विधायक श्री चौरसिया ने फोन पर डांटा और कहा कि हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। विधायक आर्थिक सहयोग तो दूर अस्पताल या घर पाकर मरीज को देखना भी मुनासिब नहीं समझे हैं।
सोनू ने बताया किसी तरह जान बचने के बाद से रबदा स्थित घर पर भगवान भरोसे जीवन काट रहे हैं। सोनू की पत्नी रिंकी ने डबडबाई आंखों से बताते हुए कहा कि 46 डिग्री हाई टेंपरेचर में करकट के घर में जीवन मौत से लड़ रहे हैं। घर में पानी भी नहीं है। दूसरे के घर से पानी लाते हैं। यही नहीं प्रधानमंत्री आवास के लिए स्थानीय मुखिया पार्वती देवी के पति साधू चौधरी को दुर्घटना से पहले 5000 दिए थे। इसके बावजूद भी अब तक आवास नहीं मिल पाया है।
ऐसे बुरे हालात में भी सोनू ने जीवन से हार नहीं माना है। सोनू को भगवान से उम्मीद है कि एक न एक दिन जरूर ठीक होंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट नहीं दे पाने का मलाल तो है पर खुशी इस बात का है कि नरेंद्र मोदी जी देश का प्रधानमंत्री बन रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप