समाज और परिवार की बर्बादी का सबसे बड़ा कारण नशापान है: विकास जयसवाल
खूंटी, 24 जून (हि.स.)। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत एसएस 2 स्कूल रानिया में कक्षा आठ, नौ और दस 10 के बच्चों कें साथ ही रनिया साप्ताहिक हाट में सोमवार को आम लोगों के बीच नशापान के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाया गया।
बाजार और विभिन्न गांवों में शराब की बिक्री न करने, मादक पदार्थाे से होनेवाले हानि की जानकारी के साथ ही यातायात नियमों का पालन करने, हेलमेट पहन कर वाहन चलाने, अफीम-पोस्ता की खेती से होनेवाले दुसप्रभाव की जानकारी दी गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रनिया कें थाना प्रभारी विकास जयसवाल ने कहा कि पुरानी कहावत है कि जिसे कें घर नशा, उसका घर नाश।
इसलिए हमें नशापान को हर हाल में छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि समाज और परिवार की बर्बादी का सबसे बड़ा कारण नशापान है। जयसवाल ने कहा कि सामज और परिार को सुरक्षित रखने के लिएि पूरे समाज को साथ खड़ा होना होगा। डायन बिसाही जैसे अंधवश्विास की चर्चा करे हुए थाना प्रभारी ने कहा कि कि डायन बिसाही सिर्फ अंधविश्वास है और यह समाज कों बर्बाद करने का बहुत बड़ा आधार है। उन्होंने कहा कि डायन जैसी कुप्रथा से हमें बाहर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में महिला को देवी और दया की प्रतिमूर्ति कहा जाता है। फिर एक महिला दूसरे की हत्याक कैसे कर सकती है। इसलिए इस अंधविश्वास से हेमें बाहर निकलना होगा।
उन्होंने कहा कि किसी को डायन कह कर प्रताड़ित करने पर कड़ी समजा का प्रावधान है। जयसवाल ने कहा कि अफीम की खेती जहर की खेती के समान है। इसलिए इसकी खेती कभी न करे। अफीम और अन्य नशे का समाज पर काफी बुरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह पूरे समाज का दाियत्व है कि वे लोगों को डायन विबाही और नशापान के खिलाफ लोगों को जाकरूक करें।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल