जिले में लगे जनशिकायत समाधान कार्यक्रम में  फरियादियों की सुनी गई फरियाद

 


दुमका, 22 जनवरी (हि.स.)। उपराजधानी दुमका की जनता की शिकायतों का त्वरित निवारण करने के साथ-साथ पुलिस और पब्लिक के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने को लेकर दुमका जिला के चार जगहों पर बुधवार को जनशिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चारों जगहों के जनशिकायत समाधान कार्यक्रम में करीब 58 आवेदन आए हुए है। कई मामलों का निपटारा भी कर दिया गया है और कई मामले अनुसंधान के बाद कार्रवाई की जाएगी।

दुमका शहर के इंडोर स्टेडियम में आयोजित जनशिकायत समाधान कार्यक्रम में छह स्टॉले लगी थी। एक स्टॉल नगर थाना, दूसरी मुफस्सिल थाना, तीसरी दिग्घी ओपी, चौथी मसानजोर ओपी, पांचवीं काठीकुंड व छठीं गोपीकांदर थानों की स्टॉल लगी थी। सभी काउंटरों में फरियादों की फरियादे सुनी गयी और कई मामलों का ऑन द स्पॉट निपटारा किया गया। कई मामले अनसुलझी पायी गयी।

उक्त मामले को अनुसंधान करने के बाद ही सुलझायी जाएगी। जनशिकायत समाधान कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से फरियादी पहुंचे हुए थे। जनशिकायत समाधान केन्द्र में डीआईजी सह नोडल पदाधिकारी प्रियदर्शी आलोक, एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार, एसडीओ कौशल किशोर, एसडीपीओ विजय कुमार महतो के अलावे सभी स्टॉलों में थाना प्रभारी के अलावे पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।

इंडोर स्टेडियम में आयोजित जनशिकायत समाधान कार्यक्रम में दुमका शहर की एक शादीशुदा महिला पहुंची और शिकायत करते हुए कहा कि उसे रांची के एक युवक मोबाइल पर फोन कर और मैसेज भेजकर परेशान कर रहा है। उक्त महिला का कहना है कि वह जब कुंवारी थी तो रांची में पढ़ाई पूरी करने के लिए गयी थी। कॉलेज में ही उक्त युवक से दोस्ती हुई थी। इस बीच वह दुमका आ गयी और उसकी शादी भी हो चुकी है। शादी के बाद भी उक्त युवक मोबाइल पर मैसेज और फोन कर परेशान कर रहा है। कई बार उक्त युवक दुमका उसके आवास पर भी आ धमका था। महिला ने उक्त युवक के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए एक आवेदन दी है। पुलिस ने महिला के आवेदन को लेकर जांच पड़ताल करने में जुट गयी है।

शिकारीपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के ढाका गांव के कार्तिक पाल काठीकुंड के आमगाछी में कार्यरत पोस्टमास्टर दिवाकर साहा की शिकायत को लेकर जनशिकायत समाधान केन्द्र में पहुंचा। कार्तिक पाल का आरोप है कि उसने दिवाकर साह के पास आरडी, एफडी, टीडी व एसएसवाई खातों में कुल 6 लाख 52 हजार रुपए जमा किया था। उक्त खातों में जमा राशि की जांच मुख्य डाकघर में करवाई गई तो पता चला कि उक्त खातों में कोई राशि जमा ही नहीं है। उनका कहना है कि सरकारी संस्था में अपना पैसा जमा किया,लेकिन सरकारी कर्मी ने ही उनके रुपए को गबन कर लिया है। इस मामले की शिकायत वरीय डाक अधीक्षक से भी की गई,पर कोई न्याय अब तक नहीं मिला है। वह पुलिस ने न्याय दिलाने की मांग की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नीरज कुमार