नहाय-खाय अनुष्ठान के साथ सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ शुरू

 


खूंटी, 17 नवंबर (हि.स.)। नहाय-खाय अनुष्ठान के साथ शुक्रवार से सूर्योपासना का महापर्व छठ शुरू हो गया। व्रतियों ने पूर्ण शुद्धता के साथ कदू भात का प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही लोक आस्था के महापावन पर्व छठ को लेकर तैयारियों ने और जोर पकड़ लिया। जिला मुख्यालय के राजा तालाब, साहू तालाब और चौधरी के तालाब के अलावा अन्य छठ घाटों की साफ-सफाई का काम लगभग पूरा हो चुका है। प्रशासन के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा छठ घाटों की सफाई की गयी। चार दिवसीय सूर्यषष्ठी व्रत के शुरू होते ही हर ओर छठ के गीत गुंजने लगे हैं। इससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। शनिवार को खरना अनुष्ठान होगा और रविवार 19 नवंबर को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्ध्य प्रदान किया जायेगा। 20 नवंबर सोमवार को उदयाचल सूर्य को दूसरा और अंतिम अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय महापर्व का समापन हो जायेगा।

तोरपा के छाता नदी घाट पर स्थापित होगी सूर्यदेव की प्रतिमा

तोरपा में सामूहिक रूप से छाता नदी स्थित घाट पर व्रती और श्रद्धालु भगवान सूर्यदेव को अर्ध्य अपर्ण करते हैं। छठ घाट पर श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी। फ्रेंड्स क्लब के बैनर तले स्थानीय युवा प्रत्येक वर्ष छठ घाट की साफ सफाई से लेकर रोशनी की व्यवस्था करते हैं। इस वर्ष भी क्लब की ओर से व्यवस्था की जा रही है।

क्लब के सदस्य दीपक तिग्गा, सावन महतो, प्रणय जायसवाल, विक्की, सोनू, भानू, ऋषभ षाड़ंगी आदि ने बताया कि इस वर्ष भी छठ घाट पर सूर्यदेव की प्रतिमा स्थापित की जायेगी। संध्या अर्घ्य रविवार को शाम में नदी के तट पर महाआरती की जायेगी। छठ घाट की सफाई, बिजली की समुचित व्यवस्था, घाट में महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, छठ घाट पहुंचने वाले मार्ग को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। क्लब की ओर से प्रसाद और दूध का भी वितरण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सांध्य अर्घ्य के दिन हिल चौक से लेकर छठ घाट तक सुबह सात बजे से विशेष सामूहिक स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल