भवन निर्माण विभाग में टेंडर पेपर बेचने में मनमानी, हंगामा

 


पलामू, 5 फ़रवरी (हि.स.)। भवन निर्माण विभाग में टेंडर पेपर बेचने में मनमानी के साथ-साथ पक्षपात करने पर सोमवार को हंगामा किया गया। सुदना गायत्री मंदिर रोड के निवासी संवेदक कमल पाठक ने हंगामा करते हुए विभाग के एजाज नामक कर्मी पर मनमानी और पक्षपात करने का आरोप लगाया। कमल पिछले कई दिनों से भवन निर्माण विभाग में टेंडर पेपर खरीदने के लिए जा रहे थे, लेकिन उन्हें अगली बार देने का हवाला देकर वापस भेज दिया जा रहा था।

अन्य दिनों की तरह सोमवार को कमल पाठक टेंडर पेपर खरीदने के लिए विभाग में पहुंचे थे। पूर्व की तरह एजाज नामक कर्मचारी ने कमल को टेंडर पेपर नहीं दिया और कार्यपालक अभियंता से बात कर लेने की नसीहत दी। कहा कि कार्यपालक अभियंता से बात होने के बाद ही उन्हें टेंडर पेपर दिया जायेगा। इससे कमल भड़क गए और कार्यालय में हंगामा करने लगे।

कमल का आरोप था कि टेंडर पेपर बेचने में मनमानी की जा रही है और पक्षपात हो रहा है। कमल ने यह भी कहा कि कर्मी एजाज का कहना था कि विभाग से जुड़े हुए एक दर्जन ठिकेदार पैसा देकर फंड लाते हैं। काम सिर्फ उन्हीं को दिया जायेगा। कमल ने कहा कि एक साल से उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है।

इस संबंध में कार्यपालक अभियंता महेन्द्र राम का पक्ष जानने के लिए उनसे दूरभाष पर संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

बिल्डिंग डिविजन बना भ्रष्टाचार का अड्डा: विजय ओझा

सूचना मिलने पर पलामू सांसद के जिला प्रतिनिधि विजय ओझा बिल्डिंग डिविजन मेदिनीनगर कार्यालय पहुंचे। पूरे मामले की जानकारी ली। विजय ने कहा कि बिल्डिंग डिविजन भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। कई संवेदक ने उन्हंे फोन करके इस संबंध में जानकारी दी। स्थिति की जानकारी ली गई। कहा कि आज जिले भर के लिए टेंडर निकला था, जिसका पेपर भी बिक रहा था, परंतु जिन संवेदकों का भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के साथ बेहतर संबंध है। उसे ही दिया जा रहा था। 17 जनवरी को भी इसी तरह की स्थिति थी।

टेंडर सिर्फ मेन और डमी को देकर कार्य मैनेज किया जाता है। जिनका टोकन मनी जमा किया गया था, उसी को पेपर कैशियर एजाज दे रहे थे, जिनका पहले से तय नहीं था, उनकों कार्यपालक अभियंता से बात करने के लिए बोल रहे थे। विभाग की मिलीभगत से भवन निर्माण में टेंडर मैनेज होता है। आज हुए टेंडर को रद्द करने के लिए उपायुक्त पलामू से आग्रह किया जायेगा, जो स्थिति नजर आयी उससे सरकार को राजस्व का नुकसान होता नजर आया।

हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप