हरे कृष्ण मंदिर खूंटी में भागवत कथा प्रवचन का आयोजन

 


खूंटी, 1 अप्रैल (हि.स.) । मूर्ख दिवस ने जनता को मूर्ख बनाया और गीता के ज्ञान को छिपाया। न तो नेतागण और न ही तथाकथित विद्वान और न ही व्यापारी भगवान श्रीकृष्ण की शरण में जाते हैं, क्योंकि वे मूर्ख दिवस मनाते हैं। ये बातें हरे कृष्ण मंदिर खूंटी के संचालक शुकामृत दास ने कही।

शुकामृत दास (इस्कॉन् भक्त) हरे कृष्ण मंदिर के प्रांगण में सोमवार को भागवत कथा प्रवचन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पशु अपने शरीर का भार उठता है और भगवान को कुछ नहीं दे पाता है। वह अपने कार्य से दबा रहता है और अपनी आत्मा के विषय में गीता प्रवचन नहीं सुनता। ऐसे ही वह आधुनिक तनाव ग्रस्त सभ्यता में लोगों को मूर्ख बनाकर आनंद मनाता है, जहां भगवान भागवत गीता में कहते हैं कि ऐसे निपट मूर्ख जिसका दिव्य ज्ञान माया ने हर लिया है, मैं उनके लिए सुलभ नहीं हूं। ऐसे लोगों को दुष्कृतिनः कहा गया है जिसका अर्थ दुष्ट जन। उन्होंने कहा कि हमें भगवान परम परमेश्वर श्रीकृष्ण के वचन को सुनना चाहिए, जिससे वैदिक धर्म का विकास हो सके।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल