बढ़ते अपराध रोकने में झारखंड सरकार असफल, जंगल राज कायमः राधाकृष्ण किशोर
पलामू, 2 मई (हि.स.)। पलामू लोकसभा चुनाव 13 मई को निर्धारित है। इस बीच छतरपुर-पाटन के पूर्व विधायक राधाकृष्ण किशोर ने झारखंड सरकार से कई सवाल किए हैं और जनता को देने के लिए आग्रह किया है। श्री किशोर गुरूवार को मेदिनीनगर में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि चुनाव एक ऐसा अवसर होता है, जिसमें राजनैतिक संगठनों-सरकार को पांच वर्षों की उपलब्धियों का लेखा-जोखा आम जनता के समक्ष देना उनका नैतिक कर्तव्य होता है। पलामू संसदीय क्षेत्र सुखाड़, प्राकृतिक आपदा, बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था, पेयजल, बेरोजगारी, पलायन, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा में व्याप्त विभिन्न समस्याओं का दंश झेल रहा है।
भारतीय संघीय व्यवस्था के तहत ये सारे विभाग झारखंड सरकार के अधीन हैं। झारखंड सरकार को यह बताना चाहिए कि पलामू की ज्वलंत समस्याओं को दूर करने की दिशा में सरकार की क्या उपलब्धि रही है। विगत् चार वर्षों में पलामू-गढव़ा में आपराधिक-उग्रवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है। चार वर्षों से निरंतर सूखा का दंश झेल रहा है। आदिम जनजाति, दलित तथा कमजोर वर्ग की महिलाएं और बच्चे खून की कमी और कुपोषण की शिकार हैं। आम जनता प्रखंड, अंचल तथा थाना की विकृत संस्कृति से परेशान हैं। बढते अपराध से ऐसा प्रतीत होता है कि पलामू संसदीय क्षेत्र पुनः जंगलराज की ओर अग्रसर हो रहा है।
राधाकृष्ण ने पुरानी घटनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि छत्तरपुर थाना अंतर्गत् शुभम गुप्ता, मिथलेश यादव, नरेश ठाकुर तथा पाटन थाना के रामकिशुन यादव की हत्या कर दी गई। झारखंड सरकार की पुलिस अभी तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है।
खजूरी ग्राहक सेवा केन्द्र (छत्तरपुर) तथा पड़वा ग्रामीण बैंक कोे मिलाकर दिनदहाड़े 10 लाख की लूट हो गई। पुलिस अभी तक लुटेरों का पता नहीं लगा सकी है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 सेे 2023 तक पलामू-गढ़वा को मिलाकर हत्या, बलात्कार और अपहरण की लगभग 2100 घटनाएं सहित लगभग 12 हजार संज्ञेय अपराध की घटनाएं दर्ज हुई है?
हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप