गोड्डा के विभिन्न प्रखंडों में स्कूल रुआर कार्यक्रम आयोजित
गोड्डा, 27 जुलाई (हि.स.)। राज्य शिक्षा परियोजना के निर्देशानुसार जिले के विभिन्न प्रखंडों में विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर चलाए जा रहे 'स्कूल रुआर कार्यक्रम' के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत प्रखंडों के तमाम जनप्रतिनिधियों तथा शिक्षा विभाग के अधकारियों एवं शिक्षकों ने भाग लेते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाने तथा बच्चों को स्कूल पहुंचने का संकल्प लिया।
कार्यशाला में 5 से 18 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चे को स्कूलों से अनामांकित और ड्रॉपआउट बच्चों को विद्यालय वापस लाने और शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने को कहा गया। तमाम उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि जो बच्चे स्कूल नियमित नहीं आ रहे है उनके अभिभावकों से मिले समझाए। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि 16 दिन तक स्कूल रुआर-2024 अभियान चलेगा। अभियान में लापरवाही न बरतें। शत-प्रतिशत नामांकन हो।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम एवं इम्पेक्ट पूरी तरह से विद्यालय में लागू करने के लिए रखा गया है। इसकी सफलता में विद्यालय में गठित प्रबंधन समिति, माता समिति सरस्वती वाहिनी, बाल संसद, जनप्रतिनिधियों, सरकारी व गैरसरकारी संगठन की सहयोग लेकर स्कूल के बाहर राह रहे बच्चे को चिन्हित कर विद्यालय से जोड़ा जाएगा। साथ ही बाल विवाह पर शिक्षकों की भूमिका की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से काम की लड़कियों का शादी न हो जिसके लिए शिक्षक जागरूक करे।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि पहले दिन सर्वप्रथम स्कूल पहुंचने वाले बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा। अभियान के दूसरे दिन बच्चों की अगली कक्षा में प्रोन्नति एवं बच्चों के स्कूल में ठहराव की स्थिति की समीक्षा के साथ पोषक क्षेत्रों का भ्रमण कर अनामांकित या ड्रॉपआउट बच्चों के अभिभावकों से मिलकर बच्चे के नामांकन के लिए उन्हें प्रेरित करने का कार्यक्रम होगा। तीसरे दिन अनामांकित बच्चों के अभिभावकों से मीटिंग, स्कूल टैगिंग तथा अनामांकित बच्चों के अभिभावकों से मिलने का कार्यक्रम होगा। चौथे दिन यह दायित्व हाउस कप्तान निभाएंगे। पांचवें दिन प्रोजेक्ट इम्पैक्ट के तहत विद्यालय प्रबंधन समिति के सहयोग से नो कास्ट एवं लो कास्ट गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी।
छठे व सांतवें दिन स्कूल में संचालित विभिन्न समितियों के माध्यम से विद्यालय की स्वछता के लिए कई प्रयास किए जाएंगे। आठवें दिन स्कूल में नव नामांकन की समीक्षा तथा स्कूल परिसर को ड्रग फ्री कैंपस बनाने के लिए उपायों एवं क्रियान्वयन पर चर्चा होगी। अभियान के नौवें दिन कक्षा छह से 12 के बीच की कक्षाओं में अध्ययनरत छात्राओं के बीच माहवारी स्वछता को लेकर जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके साथ बाल विवाह निषेध जैसे विषयों पर भी उन्हें जागरूक किया जाएगा।
दसवें दिन जल प्रदूषण, जल संरक्षण एवं जल प्रबंधन से जुड़े विषयों को लेकर पाठ्येत्तर गतिविधियों का आयोजन होगा। 11वें दिन दिव्यांग छात्रों के लिए पेयजल व शौचालय व्यवस्था आदि की समीक्षा की जाएगी। अगले दिन ग्राम पंचायत समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर स्कूल में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने पर विचार-विमर्श होगा।
13वें दिन बच्चों के लिए बैगलेस डे का आयोजन होगा। इस दिन बच्चे विभिन्न पर्यावरण संबंधित गतिविधियों में भाग लेंगे। बच्चों के लिए विशेष मध्याह्न भोजन भी बनेगा। इसके अगले दिन अनामांकित व ड्राप आउट बच्चों के नामांकन की समीक्षा करना व नव नामांकित बच्चों के स्वागत की तैयारी के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा। 16वें एवं अंतिम दिन नव नामांकित बच्चों का स्कूल में स्वागत किया जाएगा। स्वागत समारोह में स्थानीय जन प्रतिनिधियों, पूर्ववर्ती छात्रों, सरकारी पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा।
इस मौके पर विभिन्न प्रखंडों में पदस्थापित शिक्षक, बीआरपी, सीआरपी आदि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / रंजीत कुमार / चन्द्र प्रकाश सिंह