146 सांसदों का निलंबन देश की करोड़ों जनता की आवाज को दबाने का कुत्सित प्रयास: कालीचरण मुंडा
खूंटी, 22 दिसंबर (हि.स.)। संसद के दोनों सदनों से 146 सांसदों को निलंबित किए जाने के विरोध में इंडी गठबंधन में शामिल दलों ने शुक्रवार को समाहरणालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। घंटों चले धरना-प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा ने सांसदों के निलंबन को भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय बताया।
उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर मोदी सरकार ने स्वतंत्र भारत में पहली बार एक साथ विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित कर देश की करोड़ों जनता की आवाज को दबाने और कुचलने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने तानाशाही रवैए से एक ओर जहां देश की लोकतांत्रिक ढांचे को तहस-नहस कर रही है।
झामुमो के जिलाध्यक्ष जुबैर अहमद ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देश की गंगा जमुनी संस्कृति पर हमला कर सदियों से देश में व्याप्त आपसी भाईचारा के वातावरण को विषाक्त बनाने का काम कर रही है। केंद्र सरकार के इस नापाक मंसूबों को देश की शांति पसंद जनता कभी सफल नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि आने वाले आम चुनाव में मोदी सरकार को इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा।
कार्यक्रम को कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रवि मिश्रा, राजद के जिलाध्यक्ष शहजाद खान, कांग्रेस के रविकांत मिश्रा सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। धरना प्रदर्शन में कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकृष्ण चौधरी, सुशील सांगा, नईमुद्दीन खान, ओमप्रकाश मिश्रा, सयूम अंसारी, विलसन तोपनो, नरेश तिर्की, अजय कुमार गुप्ता, विजय कुमार स्वांसी, झामुमो के शंकर मुंडा, सनिका बोदरा, स्नेहलता कंडुलना, सुषमा भेंगरा, डेविड मुंडा, रोम्बा गुड़िया, फुलचंद टूटी सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/चंद्र प्रकाश