अफीम की खेती करने वाला युवक पांच वर्ष बाद गिरफ्तार

 




पलामू, 27 जून (हि.स.)। तरहसी थाना पुलिस ने अफीम की खेती (पोस्ता) करने वाले एक युवक को पांच वर्ष बाद गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है। युवक की पहचान शंभु यादव के रूप में हुई है। वह ताल का रहने वाला है। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी, जबकि शंभु गिरफ्तारी की डर से आंध्रप्रदेश, विशाखापटनम, बंगलुरू , उड़िसा में रहकर काम करने लगा था।

26 जून को अपने गांव ताल आया हुआ था। गांव में ग्रामसभा थी, जिसमें शामिल हुआ था। जब वहां से निकला तो गर्दू पक्की सड़क के पास पुलिस उसे गिरफ्तार कर ली। शंभु ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि हम लोग चार भाई बहन हैं। मेरे पिताजी घर पर रहकर खेती बाड़ी करते हैं। मैं घर का सबसे बड़ा बेटा हूं इसलिए घर की जिम्मेदारी भी मेरे ऊपर थी। मैं वर्ष 2012 में काम करने छत्तीसगढ़ चला गया, वहां कुछ दिन रहने के बाद मैं वापस घर आया। फिर मैं काम करने धनबाद चला गया। धनबाद से घर वापस आने के बाद मैं घर पर ही रहकर काम करने लगा।

मेरे गांव के कुछ दूरी पर चिड़ियाकला गांव है। वहां के गोविंद भुइयां पिता नन्हक भुइयां और सुनील यादव पिता लखन यादव से मेरी दोस्ती हो गई। वे लोग अफीम का कारोबार करते थे। उन लोगों के द्वारा बताया गया कि अफीम का खेती में बहुत पैसा है तो हमलोग तीनों मिलकर अफीम की खेती करने लगे वर्ष। 2019 में करीब 15 किलो अफीम का फल डोडा को गोविंद भुइयां पिता नन्हक भुइयां के घर में छुपा कर रखे थे।

पुलिस के द्वारा चिड़ियाकला गांव में गोविंद भुइयां के घर पर छापेमारी की गयी और 15 किलो अफीम का फल डोडा घर से बरामद किया गया। गोविंद भुइयां उस समय वहां से भागने में सफल रहा। मुझे भी पता चला कि पुलिस मुझे खोज रही है तो मैं भी अपने गांव ताल से भाग गया और आंध्र प्रदेश, विशाखापट्टनम, बेंगलुरु, उड़ीसा में रहकर काम धंधा करने लगा, ताकि पुलिस मुझे खोज ना पाए।

हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप