पलामू में एदारा ए शरिया ने मुस्लिम समाज के जारी किए दिशा-निर्देश

 


पलामू, 20 दिसंबर (हि.स.)। एदारा ए शरिया जागृति आंदोलन एवं समाज सुधार सम्मेलन का आयोजन बुधवार को डालटनगंज के राहत नगर स्थित ईदगाह मैदान में किया गया। मौके पर पूर्व राज्यसभा सदस्य मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि अपने हक व अधिकारों के लिए जागरुकता और एकता जरूरी है।

उन्होंने कहा कि एदारा ए शरिया पटना की मुहिम से एक एक अल्पसंख्यक को जुड़कर अपने हक व अधिकार के लिए संघर्ष करने की जरूरत है। उन्होंने मुसलमानों को भी दहेज समेत अन्य कुरीतियों को छोड़ने की हिदायत दी। कार्यक्रम में अन्य उलेमाओं ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में केंद्र व राज्य सरकार से मांग संकल्प पारित हुआ।

कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए, जिसमें दहेज को रोकना, शादी में फिजूलखर्ची से बचना, शादी व अन्य आयोजनों में डीजे बजाने व डांस से दूर रहना, रोजा नमाज अदा करना तथा शरीयत का पालन करना, नैतिकता व प्रेम को बढ़ावा देना, धार्मिक व आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देना, छोटी-छोटी अर्थव्यवस्था की ओर भी ध्यान देना, समाज में धर्मत्याग की बढ़ती प्रवृत्ति खत्म करना, मस्जिदों और मदरसों के इमामों एवं शिक्षकों तथा उनसे जुड़े अन्य लोगों के वेतन में हर साल उचित दर से वृद्धि करना, जो मस्जिदें और खानकाहें पंजीकृत नहीं हैं उन्हें और स्कूल, मदरसों का आधिकारिक स्तर पर संबद्ध नहीं हुआ है, उनको इदारा ए शरिया से संलग्न करना शामिल है।

इस मौके पर मौलाना महताब आलम जियाई, सैयद राजी अहमद शमशी, मुफ्ती मुजीबुल्लाह रिजवी, मोहम्मद असलम फैजी, मुफ्ती गुलाम हुसैन, मौलाना मुजाहिद हुसैन, मौलाना अहमद अली खान रजवी, मौलाना अमजद ,मुफ्ती जहिर मिस्बाही, मौलाना सैफुल्लाह, मोहम्मद कौसर मरकजी, मौलाना जुबैर अख्तर, कारी जसीम हाशमी, मौलाना महताब नूरी आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिलीप कुमार/चंद्र प्रकाश