जयंती पर डॉ कार्तिक उरांव को विद्यार्थी परिषद ने दी श्रद्धांजलि
खूंटी, 29 अक्टूबर (हि.स.)। खूंटी जिला मुख्यालय के दतिया रोड स्थित लाइट्स इंस्टीट्यूट शिक्षण संस्थान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद खूंटी इकाई द्वारा रविववर को डॉ कार्तिक उरांव की 99वी जयंती मनाई गई। मौके पर विद्यार्थी परिषद कें सदस्यों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। जयंती के मौके पर एक संगोष्ठी का भी आयोंजन किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि परिषद के झारखंड प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने एक साधारण परिवार में जन्म लेकर उच्च शिक्षा ग्रहण की। विदेश में पढ़ाई करके एक सफल इंजीनियर बने। इसके बाद वे सामाजिक उत्थान के लिए राजनीति में आये। डॉ उरांव भारत सरकार के मंत्री के रूप में योगदान दिया। उपाथित सभी लोगों ने उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
नेहरू ने की थी उनकी प्रतिभा की सराहना
जनजातीय सुरक्षा मंच के सन्नी टोप्पो ने कहा कि डॉ उरांव को बाबा साहेब के नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म 29 अक्टूबर, 1924 को झारखंड के गुमला जिले के करौंदा लिटाटोली में हुआ था। उनका निधन आठ दिसंबर 1981 को हुआ था। नौ वर्षों तक विदेश में रहने के बाद मई 1961 में वे स्वदेश लौटे। प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने भी उनकी प्रतिभा को सराहा और रांची के एचईसी में सुपरिटेंडेंट कंस्ट्रक्शन के पद पर नियुक्ति की अनुशंसा की। बाद में उन्हें डिप्टी चीफ इंजीनियर डिजाइनर के रूप में प्रोन्नति दी गई।
1962 में तृतीय लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी प्रत्याशी के रूप में डॉउरांव चुनाव लड़े। 1967 में चौथी लोकसभा चुनाव में लोहरदगा संसदीय क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए। 1971 के लोस चुनाव में पुनः भारी बहुमत से जीते। उन्होंने समाज और आदिवासियों के हित में कई महत्वपूर्ण कार्य किए।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल