नशीली दवाओं व देसी शराब के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति समय की मांग: केसरी
जम्मू, 26 नवंबर (हि.स.) । शिव सेना हिंदुस्तान जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी ने रविवार को अरनिया में बैठक बुलाई जिसमें अरनिया ब्लॉक प्रमुख, आरएस पुरा ब्लॉक प्रमुख और विभिन्न गांवों के पदाधिकारी बैठक में उपस्थित थे। बैठक में इन क्षेत्रों में बढ़ती नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में दवाओं की तस्करी, उत्पादन और वितरण को नियंत्रित करने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों के बीच समन्वय पर जोर दिया। केसरी ने निवारक शिक्षा, जागरूकता सृजन, परामर्श, उपचार और प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास और इस खतरे को खत्म करने में समाज की अधिक भागीदारी के महत्व पर प्रकाश डाला। नशीली दवाओं के खतरे की मौजूदा स्थिति पर पहले से ही केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर सरकार का प्राथमिकता से ध्यान आ गया है और उपराज्यपाल ने पहले ही सभी संबंधित एजेंसियों को तस्करी के मार्गों को बंद करने करने में कोई कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दे दिए हैं।
केसरी ने विभिन्न मंचों से समाज से इस संबंध में सरकार को हर संभव सहायता देने की अपील की, क्योंकि पड़ोसी देश द्वारा रची गई नशीली दवाओं की लत के शिकार युवाओं का पुनर्वास करना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने इस खतरे के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स की सराहना की और सभी संबंधित एजेंसियों के सामूहिक प्रयासों के कारण नीति की प्रभावशीलता के संकेत के रूप में बड़ी संख्या में दवाएं जब्त की गई हैं। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से बलवीर कुमार, विजय लूथरा, बलवंत फौजी, विश्वनाथ, राज कुमार, संजीव शर्मा, राकेश कुमार, सुरेश कुमार, ओम प्रकाश, कैप्टन गारा राम, ब्रह्म सिंह, दर्शना देवी, ज्योति देवी, होली देवी, रजनी देवी, राजेंद्र सिंह के अलावा अन्य उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान