पालमार के सुजना, चामलये, मट्टू भाटा, तैलन में नहीं मिल रहा पानी

 

जम्मू,, 26 नवंबर (हि.स.)। किश्तवाड़ जिले के पालमार इलाके के सुजना, चामलये, मट्टू भाटा और तैलन के निवासियों को पिछले चार-पांच दिनों से पानी की नहीं मिलने के कारण गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया से बात करते हुए, सुजना के स्थानीय लोगों ने बताया कि दो पंचायतों के गांवों में वितरित किए जाने से पहले पानी को आमतौर पर दो जलाशयों में संग्रहीत किया जाता है। हालांकि, जलाशय के गुरुत्वाकर्षण लाइन से कनेक्शन के साथ एक गंभीर समस्या ने आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर दिया है। उन्होंने बताया कि उन्हें दूसरे जलाशय में पानी पहुंचने से पहले पहले जलाशय के भरने का इंतजार करना पड़ता है, जिससे देरी होती है। निवासियों ने वैकल्पिक जल स्रोतों की अनुपस्थिति पर जोर देते हुए स्थिति पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने इन आपूर्ति लाइनों के लिए जिम्मेदार पर्यवेक्षकों के बीच संचार अंतराल को भी इंगित किया, जिसने समस्या को और बढ़ा दिया है। उन्होंने संबंधित विभाग से इस मुद्दे को तुरंत हल करने का आग्रह किया, खासकर पानी की आवश्यक प्रकृति को देखते हुए। पिछले सप्ताह क्षतिग्रस्त हुई परीबाग जल आपूर्ति लाइन एक गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने अपनी परेशानी को कम करने के लिए इसे तत्काल बहाल करने की मांग की है। जवाब में, संबंधित विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे परीबाग आपूर्ति लाइन की मरम्मत के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं और शाम तक पानी की आपूर्ति बहाल करने की उम्मीद है, जिसका उद्देश्य जल्द से जल्द संकट को हल करना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी गुप्ता