कर्नल आर.एन. चोपड़ा को उनकी 142वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

 


जम्मू, 17 अगस्त (हि.स.)। सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन, सीएसआईआर-आईआईआईएम, जम्मू ने शनिवार को एक विशेष श्रद्धांजलि समारोह के साथ संस्थान के संस्थापक निदेशक कर्नल सर आर.एन. चोपड़ा की 142वीं जयंती मनाई। सीएसआईआर-आईआईआईएम के निदेशक डॉ. ज़बीर अहमद ने वैज्ञानिकों, तकनीकी और प्रशासनिक कर्मचारियों, विद्वानों और संस्थान के अन्य सदस्यों के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कर्नल चोपड़ा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

अपने संबोधन में डॉ. अहमद ने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को आगे बढ़ाने में कर्नल चोपड़ा की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्वदेशी चिकित्सा पद्धतियों पर समिति के चोपड़ा के नेतृत्व को याद किया जिसने भारतीय औषधीय प्रथाओं के महत्व पर जोर दिया और उनके समेकन की प्रक्रिया शुरू की। डॉ. अहमद ने कहा कि भारतीय और पश्चिमी चिकित्सा का एकीकरण अभी भी जारी है लेकिन चोपड़ा के काम ने आयुर्वेदिक और यूनानी औषधकोश की नींव रखी और भारत में मेंथा आर्वेन्सिस की शुरुआत की जिससे देश दुनिया में इस जड़ी-बूटी का सबसे बड़ा निर्यातक बन गया।

डॉ. अहमद ने सीएसआईआर-आईआईआईएम टीम से आग्रह किया कि वे अत्याधुनिक विज्ञान को प्राप्त करने और स्वदेशी ज्ञान को वैश्विक बनाने का प्रयास करके कर्नल चोपड़ा की विरासत का सम्मान करें खासकर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस काम को जारी रखना इस अग्रणी वैज्ञानिक के योगदान के लिए सबसे उपयुक्त श्रद्धांजलि होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह