साहिबज़ादों के बलिदान को किया नमन, बच्चों ने विविध गतिविधियों में लिया भाग
जम्मू, 26 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) श्रीनगर में शुक्रवार को वीर बाल दिवस श्रद्धा, सम्मान और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर साहिबज़ादों के अद्वितीय साहस और सर्वोच्च बलिदान को स्मरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में संस्थान के संकाय एवं कर्मचारियों के बच्चों की सक्रिय भागीदारी रही, जिससे आयोजन शिक्षाप्रद और प्रेरणादायी बन गया। कार्यक्रम का आयोजन कार्यकारी अभियंता डॉ. सैयद मोहसिन शब्बीर, नोडल अधिकारी, के पर्यवेक्षण में किया गया। इस दौरान बच्चों में साहस, देशभक्ति और अनुशासन जैसे मूल्यों के विकास के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस समारोह में एनआईटी श्रीनगर की इन-चार्ज डायरेक्टर प्रो. रूही नाज़ मीर, रजिस्ट्रार प्रो. अतिकुर रहमान, प्रो. नजीब-उद-दीन, प्रो. हामिदा-तुन-निसा चिश्ती सहित संस्थान के संकाय सदस्य, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
अपने संदेश में एनआईटी श्रीनगर के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया ने कहा कि वीर बाल दिवस साहिबज़ादों द्वारा अत्यंत कम आयु में प्रदर्शित असाधारण साहस की अमर स्मृति है। उन्होंने कहा कि सत्य, आस्था और धर्म के लिए उनका बलिदान आज भी पीढ़ियों को प्रेरणा देता है और ऐसे आयोजनों से मूल्य-आधारित, जिम्मेदार नागरिकों के निर्माण में मदद मिलती है। सभा को संबोधित करते हुए प्रो. रूही नाज़ मीर ने कहा कि वीर बाल दिवस युवा नायकों के त्याग और अदम्य साहस की याद दिलाता है, जिन्होंने मूल्यों और आस्था की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे अवसर बच्चों में नैतिक बल, धैर्य और राष्ट्रीय गौरव की भावना विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
वहीं प्रो. अतिकुर रहमान ने इतिहास को स्मरण रखने और उसके संदेशों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को जोड़ना उन्हें बलिदान, एकता और समाज सेवा के महत्व को समझने में सहायक होता है। समारोह के तहत चित्रकला प्रतियोगिता, फुटबॉल मैच और दौड़ प्रतियोगिताओं सहित कई खेल एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा