कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण पर्वतीय गलियारे ज़ोजिला दर्रे पर न्यूनतम तापमान -17 डिग्री सेल्सियस तक गिरा

 


सोनामर्ग, 18 दिसंबर (हि.स.)। कश्मीर को लद्दाख से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण पर्वतीय गलियारे ज़ोजिला दर्रे पर न्यूनतम तापमान -17 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया जो इस मौसम की सबसे भीषण ठंड में से एक है। तापमान में इस गिरावट से इस रणनीतिक मार्ग पर यातायात पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है, वहीं अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने कई जगहों पर काली बर्फ के अधिक जमने की सूचना दी है।

क्षेत्र की निगरानी कर रहे अधिकारियों ने बताया कि तापमान में गिरावट पिछली रातों की तुलना में कहीं अधिक तीव्र थी और ठंडी हवाओं ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया। जमा देने वाली ठंड ने जमी हुई बर्फ को भी सख्त कर दिया है जिससे सतह अत्यधिक फिसलन भरी हो गई है और नागरिक एवं आवश्यक सेवा काफिलों की गति धीमी हो गई है।

क्षेत्र में तैनात यातायात अधिकारियों ने बताया कि फिसलने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात को नियंत्रित तरीके से अनुमति दी जा रही है। बर्फ जमने की स्थिति को नियंत्रित करने और आवश्यकता पड़ने पर फंसे वाहनों की सहायता करने के लिए महत्वपूर्ण बिंदुओं के पास यांत्रिक इंजीनियरिंग टीमों को तैनात किया गया है। उच्च ऊंचाई वाली स्थितियों के कारण सुबह के समय सड़कों को बीच-बीच में बंद भी करना पड़ा है।

रास्ते से परिचित स्थानीय लोगों ने बताया कि अचानक ठंड बढ़ने से आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट जारी रहने पर यातायात बाधित होने का खतरा बढ़ गया है। जोजिला के आसपास के इलाकों जिनमें बाल्टल और मिनिमार्ग शामिल हैं में भी रात के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान संबंधी जानकारी से संकेत मिलता है कि कश्मीर और लद्दाख के ऊपरी इलाकों में भीषण ठंड जारी रह सकती है और अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की संभावना बहुत कम है। अधिकारियों ने यात्रियों को यात्रा संबंधी सलाह का सख्ती से पालन करने और देर शाम और सुबह के समय दर्रे से अनावश्यक आवागमन से बचने की सलाह दी है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता