छात्रों ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई के पूर्व वैज्ञानिकों के साथ जानकारीपूर्ण चर्चा की

 


कठुआ, 20 अगस्त (हि.स.)। जीडीसी हीरानगर के छात्रों को एक विशेष सत्र के दौरान भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र ट्रॉम्बे मुंबई के प्रतिष्ठित पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रवि कांत के साथ बातचीत करने का अनूठा अवसर मिला।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध डॉ. रवि कांत ने छात्रों के साथ जानकारीपूर्ण चर्चा की और अपने अनुभव को साझा किया। बातचीत के दौरान डॉ. रवि कांत ने विज्ञान के क्षेत्र में जिज्ञासा, आलोचनात्मक सोच और व्यावहारिक प्रयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने ऊर्जा उत्पादन, चिकित्सा अनुप्रयोगों और राष्ट्रीय सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका पर भी चर्चा की।

कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. प्रज्ञा खन्ना ने छात्रों को प्रेरित करने के लिए डॉ. रवि कांत का आभार व्यक्त किया। और कहा कि इस बातचीत ने हमारे छात्रों को उन्नत विज्ञान की दुनिया और हमारे देश में बीएआरसी के योगदान की एक दुर्लभ झलक प्रदान की है। इसने निस्संदेह उन्हें नए उत्साह के साथ अपनी वैज्ञानिक आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। कार्यक्रम का समापन एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जहां छात्रों ने परमाणु विज्ञान, अनुसंधान के अवसरों और वैज्ञानिक क्षेत्रों में कैरियर पथ के बारे में व्यावहारिक प्रश्न पूछे। डॉ. रवि कांत ने प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दिया और छात्रों को ज्ञान की खोज में लगे रहने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर ठाणे महाराष्ट्र से भौतिकी के प्रोफेसर डॉ. धनंजय मुलस्कर, रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पूनम कामोत्रा और कॉलेज के स्टूडेंट इनोवेशन सेल के प्रभारी प्रोफेसर अमित शर्मा भी उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया / बलवान सिंह