धारा 370 को निरस्त करने से शरणार्थियों के सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ: स्लाथिया

 


जम्मू, 13 फ़रवरी (हि.स.)। पिछले साढ़े सात दशकों के दौरान राष्ट्र निर्माण में पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों के अपार योगदान की सराहना करते हुए, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह सलाथिया ने कहा कि उनका कल्याण और संसाधनों और निर्णय लेने में समान भागीदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एजेंड पर शीर्ष पर रही है।

स्लाथिया ने आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से इस महान राष्ट्र के गौरवान्वित नागरिकों के रूप में उनके सशक्तीकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ और उन सभी बाधाओं को दूर किया गया, जो उन्हें जम्मू-कश्मीर के वास्तविक विषयों के रूप में अधिकारों से वंचित करती थीं।

स्लाथिया ने अफसोस जताया कि 1947 में भयावह विभाजन के बाद जम्मू-कश्मीर में बसे शरणार्थियों को कांग्रेस की गलत नीतियों और यहां बसे अन्य लोगों के विपरीत उनके स्थानीय समर्थकों के कारण मतदान के अधिकार, नौकरियों आदि के मामले में निरंतर उपेक्षा, अस्वीकृति और वंचितता का सामना करना पड़ा। जबकि देश के बाकी हिस्सों में, उन्होंने सभी क्षेत्रों में समृद्धि हासिल की और अपनी पहचान बनाई।

उन्होंने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के ऐतिहासिक कानून का उल्लेख किया और कहा कि यह सामान्य रूप से भाजपा और विशेष रूप से प्रधान मंत्री की दिशा में सुधार करने की गहरी इच्छा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक रूप से सशक्त शरणार्थी अब लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बराबर हिस्सा ले सकते हैं और बड़े पैमाने पर निर्णय लेने में योगदान दे सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान