राहुल गांधी बताएं कौन सी मजबूरी में नैशनल कांफ्रेंस से किया गठबंधनः जसरोटिया
जम्मू, 10 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अभिजीत जसरोटिया ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी बताए की आखिर कौन सी मजबूरी में उन्हे नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करना पड़ा है। छन्नी हिम्मत स्थित भाजपा के मीडिया वार रूम में मंगलवार को प्रवक्ता जनरल (रिटायर्ड) राकेश शर्मा, वाई वी शर्मा, गिरधारी लाल रैना और मीडिया प्रमुख डा. प्रदीप महोत्रा की मौजूदगी में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के सांसद मिया अल्ताफ ने कहा हैं कि कांग्रेस से गठबंधन कर पार्टी 30 साल पीछे चली गई है।
वहीं, नेशनल कांफ्रेंस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश में मुख्यमंऋी के पास एसपीओ का तबादला करने की ताकत नहीं होगी। जसरोटिया ने कहा अगर उमर अब्दुल्ला को ऐसा लग रहा हैं तो वह कौन सी मजबूरी हैॅं कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे है।
जसरोटिया ने कहा कांग्रेस ने अलगाववादी नेता रहे इरफान हफीज लोन जोकि कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ बोलते रहे है। उन्हे कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है।उन्होंने कहा कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय गह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि जब वह कष्मीर दौरे पर जाते थे उन्हे लाल चौक और शिकारा पर घूमने के लिए ले जाया करता था। जसरोटिया ने कहा शिंदे ने कहा कि उन्हे केवल दिखावा करना पडता था। सच कहूं तो बहुत डर लगता था।
जसरोटिया ने कहा कि मोदी सरकार में राहुल गांधी रात में अब लौक चौक में आइसक्रीम का आंनद उठाते है। अब हालात यह है कि आतंकवादियों को डर लगता है।
उन्होंने कहा प्रधानमंऋी नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर में शांति और खुशहाली लाने का काम किया है। अब जनता देखे कि उन्हे राहुल गांधी की मजबूरी की दुकान जिनके शासनकाल में डेढ लाख लोगों की जान गई। केवल भाजपा ही जम्मू कश्मीर में शांति और खुशहाली को सुनिश्चित कर सकती है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा