मिड डे मील कुक और सरकारी स्कूल की अस्थाई सफाई कर्मचारी के कम वेतन के खिलाफ प्रदर्शन
जम्मू, 10 जुलाई (हि.स.)। मिड डे मील कुक और सरकारी स्कूल की सफाई कर्मचारी को बहुत कम वेतन पर काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्हें केवल 1000 और 650 रुपए मासिक वेतन दिया जा रहा है, जबकि एक अस्थाई महिला कर्मचारी से 80-90 बच्चों का खाना बनवाया जाता है और बर्तन भी साफ करवाए जाते हैं। इसी प्रकार, सरकारी स्कूल की अस्थाई सफाई कर्मचारी से झाड़ू, पोछा और बाथरूम की सफाई भी करवाई जाती है और वेतन नाममात्र के बराबर दिया जाता है। यह सब आरोप मूवमेंट कल्कि के कोर कमेटी सदस्य सनी कांत छिब ने लगाए। वह अस्थाई महिला कर्मचारियों के साथ दिल्ली जंतर मंतर पर कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन कर रहे थे।
प्रदर्शन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें इन कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान उचित समय पर और उचित तरीके से करने की मांग की गई। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इन कर्मचारियों की मांगों को अनसुना किया गया तो जम्मू में भी यह प्रदर्शन विकराल रूप ले सकता है। उन्होंने कहा कि यह बहुत शर्म की बात है कि इन कर्मचारियों को अपनी मेहनत का उचित वेतन पाने के लिए दिल्ली आकर आवाज उठानी पड़ रही है। यह हमारी समाज की विफलता को दर्शाता है कि ऐसे महत्वपूर्ण सेवाओं को प्रदान करने वाले कर्मचारियों को उनका हक नहीं मिल रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह