प्रधानमंत्री मोदी को विपक्ष पर हमला करने के बजाय नीट विवाद पर बोलना चाहिए था : उमर अब्दुल्ला
श्रीनगर, 24 जून (हि.स.)। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संसद सत्र के पहले दिन विपक्ष पर हमला करने के बजाय नीट विवाद पर बोलना चाहिए था। प्रधानमंत्री ने आज शपथ लेने से पूर्व संसद परिसर में कहा कि लोग विपक्ष से अच्छे कदमों की उम्मीद करते हैं, लेकिन अब तक यह निराशाजनक रहा है।
उमर अब्दुल्ला 18वीं लोकसभा के पहले दिन संसद परिसर में प्रधानमंत्री की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। उमर ने कहा कि हालांकि, विपक्ष पर हमला करना प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है, लेकिन हमें उम्मीद थी कि हालिया चुनावों में भाजपा की हार के बाद प्रधानमंत्री के रवैये में बदलाव आएगा, इसलिए उचित होता कि वे युवा पुरुषों और महिलाओं के लिए कुछ शब्द बोलते, जिनके लिए नीट घोटाला मायने रखता है।
उन्होंने कहा कि परीक्षा पे चर्चा एक बार की बात नहीं है, बल्कि छात्रों के हितों और चिंताओं के लिए एक दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है। अब्दुल्ला ने आज शपथ लेने वाले सभी सांसदों को बधाई दी और मांग की कि उत्तर कश्मीर लोकसभा सीट से निर्वाचित सांसद शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर को रिहा किया जाए।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उम्मीद जताई कि सांसद पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सदन में नीट का मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि आज निर्वाचित सांसदों ने अपने पद की शपथ ली है, लेकिन दिन-रात मेहनत करके प्रतियोगी परीक्षाएं देने वाले युवाओं को निराशा और हताशा में धकेला गया है। उम्मीद है कि हर सांसद पार्टी से ऊपर उठकर हमारी युवा पीढ़ी के लिए आवाज उठाएगा, जिसका भविष्य बहुत अंधकारमय है।
हिन्दुस्थान समाचार/बलवान/सुनीत