राष्ट्रभाषा प्रचार समिति जम्मू ने बहुभाषी कवि गोष्ठी का आयोजन किया

 




जम्मू, 24 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रभाषा प्रचार समिति जम्मू ने रंगों के त्योहार होली के उपलक्ष में महात्मा गांधी पुस्तकालय, नानक नगर जम्मू में बहुभाषी कवि गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें हिंदी, डोगरी और पंजाबी भाषाओं के प्रमुख कवियों और कवयित्रियों ने भाग लिया। कवि गोष्ठी में भाग लेने वाले कवियों और कवयित्रियों में चंद्रोदय, विजया ठाकुर, अमरजीत कौर 'नीर', संजीव भसीन, सुमन पाल, अमिता मेहता, गिरिजा शर्मा, सीता, परवीन और राजेश्वर सिंह 'राजू' शामिल रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति जम्मू के सचिव प्रो. भारत भूषण शर्मा ने समिति की सतत गतिविधियों का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने कहा कि अपनी राष्ट्रभाषा हिंदी को बढ़ावा देना हमारा कर्तव्य है लेकिन क्षेत्रीय भाषाओं को भी उचित सम्मान दिया जाना चाहिए और इसके लिए उनका संगठन अक्सर बहुभाषी कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। उन्होंने होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बहुभाषी गोष्ठी भी अलग-अलग भाषाओं में अभिव्यक्ति के अलग-अलग रंगों से भरपूर होती है, जो एक अनोखा अनुभव कराती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि संगठन साहित्यिक बैठकों का आयोजन जारी रखेगा और भविष्य में भी महत्वाकांक्षी प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की सरकार राष्ट्र के इस हिस्से, अहिंदी भाषी क्षेत्र में ठोस प्रयासों के साथ राष्ट्रभाषा को बढ़ावा देने में सहायता करेगी।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात पंजाबी और हिंदी कवि, कहानीकार, उपन्यासकार और फिल्म निर्माता बलजीत सिंह रैणा ने कहा कि बहुभाषी कवि गोष्ठी प्रतिभागियों के साथ-साथ साहित्य प्रेमियों को विभिन्न भाषाओं में लिखी जा रही कविताओं का आनंद लेने का अवसर प्रदान करती है।

उन्होंने कहा कि साहित्यकारों का ऐसा मिलन एक-दूसरे के साथ खुल कर बातचीत करने का अवसर प्रदान करता है जो एक साहित्यिक आंदोलन के लिए आवश्यक है।

कवि गोष्ठी का संचालन राजेश्वर सिंह 'राजू' ने किया और उन्होंने ही धन्यवाद ज्ञापन भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में अनेक साहित्यकार एवं साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान