सांसद खटाना ने युवाओं को अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने की वकालत की

 


जम्मू, 24 दिसंबर (हि.स.)। रविवार को राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना ने युवा पीढ़ी के बीच स्थानीय परंपराओं के प्रति सराहना की भावना पैदा करने के लिए ठोस प्रयास करने का आग्रह किया है। युवाओं पर पश्चिमी संस्कृति के बढ़ते प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए खटाना ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया कि भारतीय संस्कृति की जड़ें आने वाली पीढ़ी के दिल और दिमाग में मजबूती से बनी रहें।

सांसद गुलाम अली खटाना ने जीवंत गुर्जर संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने और प्रदर्शित करने के समर्पण के लिए हरियाणा के फरीदाबाद के सूरज कुंड में गुर्जर महोत्सव के आयोजकों के सराहनीय प्रयासों की सराहना की। गुर्जर महोत्सव सांस्कृतिक उत्साही लोगों के लिए एक प्रकाशस्तंभ के रूप में कार्य करता है, जो भारत के सभी कोनों और यहां तक कि विदेशों से विभिन्न समूहों को एक साथ आने और राष्ट्र की विविध सांस्कृतिक टेपेस्ट्री का जश्न मनाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

हरियाणा के सूरज कुंड में चल रहे तीन दिवसीय गुर्जर महोत्सव ने देश भर और विदेशों से प्रतिभागियों को आकर्षित किया है, जिससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान और प्रशंसा का माहौल बना है। यह आयोजन महान गुर्जर विरासत के कलात्मक, पाक और पारंपरिक पहलुओं को प्रदर्शित करने का केंद्र बिंदु बन गया है।

सांस्कृतिक संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को देखते हुए सांसद गुलाम अली खटाना का तेज चौधरी और धर्मेंद्र भगत गुर्जर ने अभिनंदन किया। भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने आशा व्यक्त की कि इस तरह के आयोजन न केवल समुदायों के बीच गौरव और पहचान की भावना को बढ़ावा देंगे, बल्कि युवाओं को उनकी सांस्कृतिक जड़ों के उत्सव में सक्रिय रूप से शामिल करके पीढ़ीगत अंतर को भी पाटेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान