मूवमेंट कल्कि ने जम्मू में अवैध कब्जों और प्रवासियों के मुद्दे पर जताई चिंता

 




जम्मू, 21 अगस्त (हि.स.)। बुधवार को मूवमेंट कल्कि के बोर्ड सदस्यों और क्रांतिकारी समिति ने एक प्रेस वार्ता कर जम्मू में अवैध कब्जों और रोहिंग्या व बांग्लादेशी प्रवासियों की बढ़ती संख्या से उत्पन्न हो रही समस्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि जम्मू के लोगों के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश रची जा रही है। जम्मू के लोग कश्मीर या अन्य राज्यों में कम ही जमीनें खरीदते हैं लेकिन क्यों कश्मीर और अन्य क्षेत्रों के लोग जम्मू में आकर जमीन खरीद रहे हैं और अवैध रूप से सरकारी जमीनों पर कब्जे कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले जम्मू के लोगों को ऐसा महसूस हो रहा था कि उन्हें पलायन करने पर मजबूर होना पड़ेगा क्योंकि हालात बेहद खराब हो चुके थे। लेकिन केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाकर एक नई उम्मीद दी और यह विश्वास दिलाया कि जम्मू के नागरिक अपनी जमीन और पहचान बनाए रख सकेंगे। लेकिन इसके बावजूद भी जमीनों पर कब्जे जारी हैं।

मूवमेंट कल्कि का आह्वान है कि बांग्लादेशी, रोहिंग्या और अन्य अवैध कब्जेदारों को जल्द से जल्द हटाया जाए। अगर सरकार ने जल्द कोई कदम नहीं उठाया तो मजबूरन जनता सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इससे पहले मूवमेंट कल्कि के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर को एक स्मरण पत्र सौंपा था जिसमें इन अवैध प्रवासियों के कारण स्थानीय जनसंख्या, अपराध दर, सांस्कृतिक पहचान और सुरक्षा व्यवस्था पर पड़ रहे दुष्प्रभावों की विस्तार से जानकारी दी गई थी। प्रतिनिधिमंडल ने इन अवैध कब्जों को तत्काल हटाने और सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / बलवान सिंह