बुर्का मामले पर महबूबा मुफ्ती, आगा रुहुल्लाह ने नीतीश कुमार की आलोचना की

 

श्रीनगर, 16 दिसंबर(हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं, महबूबा मुफ्ती और आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आचरण की कड़ी निंदा की है जब एक वीडियो सामने आया है जिसमें उन्हें एक आधिकारिक समारोह के दौरान सार्वजनिक रूप से एक मुस्लिम महिला का बुर्का खींचते हुए दिखाया गया है जिससे व्यापक आक्रोश और बहस छिड़ गई है।

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्हें इस घटना से गहरा सदमा लगा है उन्होंने कहा कि वह अतीत में नीतीश कुमार को व्यक्तिगत रूप से जानती थीं और उनकी प्रशंसा करती थीं। तीखे शब्दों में प्रतिक्रिया देते हुए मुफ्ती ने सवाल उठाया कि क्या इस कृत्य का श्रेय बुढ़ापे को दिया जाना चाहिए या जिसे उन्होंने मुसलमानों को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने की बढ़ती सामान्यता बताया। उन्होंने कहा कि यह घटना अपने आप में परेशान करने वाली थी लेकिन इससे भी अधिक परेशान करने वाली बात यह थी कि जिस तरह से उपस्थित लोग इस प्रकरण को मनोरंजन के रूप में देख रहे थे। मुफ्ती ने टिप्पणी की कि इस तरह का व्यवहार एक उच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए अशोभनीय है और पूछा कि क्या नीतीश कुमार के लिए पद छोड़ने का समय आ गया है।

इसी तरह की चिंताओं को व्यक्त करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी ने बिहार के मुख्यमंत्री के आचरण को अक्षम्य और बेहद परेशान करने वाला बताया। अपने कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में रूहुल्लाह ने कहा कि सार्वजनिक रूप से एक मुस्लिम महिला के बुर्के को खींचना गरिमा और व्यक्तिगत सम्मान का गंभीर उल्लंघन है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नीतीश कुमार को महिला और जनता से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।

रुहुल्लाह ने आगे कहा कि आचरण की अनियमित प्रकृति ने मुख्यमंत्री की संयम और मानसिक स्पष्टता के बारे में चिंताजनक सवाल उठाए हैं जो उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे किसी भी व्यक्ति के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि घटना के आलोक में चिकित्सा सहायता मांगना और कार्यालय से हटना आवश्यक था।

इस घटना पर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया हुई है कई लोगों ने जवाबदेही और बिहार सरकार से स्पष्ट प्रतिक्रिया की मांग की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता