सुदूर समुदायों की सहायता के लिए दक्षिणी पीर पंजाल में चिकित्सा गश्त बढ़ाई
जम्मू, 21 सितंबर (हि.स.)। भारतीय सेना ने दक्षिणी पीर पंजाल क्षेत्र में अपनी चिकित्सा गश्त बढ़ा दी है जिसका ध्यान सुदूर, दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले गुज्जर और बकरवाल के वंचित समुदायों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने पर है। ये प्रयास एक पहल का हिस्सा हैं जिसका उद्देश्य उन आबादी की स्वास्थ्य सेवा आवश्यकताओं को संबोधित करना है जो लंबे समय से चिकित्सा देखभाल के लिए महत्वपूर्ण बाधाओं का सामना कर रही हैं।
सेना के कुशल पैरामेडिक्स के नेतृत्व में चिकित्सा गश्ती दल, क्षेत्र के चुनौतीपूर्ण भूभाग से अक्सर कटे हुए अलग-थलग गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगा रहे हैं। सेवाओं में बच्चों और वयस्कों के लिए सामान्य बीमारियों की रोकथाम के लिए नियमित जांच और टीकाकरण शामिल हैं, साथ ही मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी स्थितियों का उपचार और निगरानी भी शामिल है, जो इन क्षेत्रों में व्यापक हैं लेकिन अक्सर अनुपचारित रहती हैं। इसके अलावा, टीमें स्थानीय निवासियों को आवश्यक उपचारों तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दवाएँ और स्वास्थ्य आपूर्ति वितरित कर रही हैं।
कठोर मौसम और ऊबड़-खाबड़ परिदृश्यों का सामना करने के बावजूद सेना की चिकित्सा टीमें सबसे अलग-थलग समुदायों तक सफलतापूर्वक पहुँची हैं। उनकी प्रतिबद्धता ने उन जगहों पर बहुत ज़रूरी स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जहाँ इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत है। भविष्य को देखते हुए सेना इस क्षेत्र में अपनी चिकित्सा पहुँच को और बढ़ाने की योजना बना रही है जिसमें देखभाल की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए विशेष सेवाएँ और नियमित अनुवर्ती दौरे शामिल हैं। इन पहलों के दीर्घकालिक प्रभाव से स्वास्थ्य परिणामों में सुधार और पीर पंजाल क्षेत्र में समुदायों के लिए जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि होने की उम्मीद है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा