राष्ट्रीय स्वयंसेवकों ने पथ संचालन से दिया एकता और राष्ट्रभक्ति का संदेश, अनेक स्थानों पर पथ संचलन का पुष्प वर्षा से हुआ स्वागत
कठुआ 05 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कठुआ जिला इकाई ने नगर में एक विशाल तथा भव्य पथ-संचलन का आयोजन किया। रविवार को शहर के अलग-अलग हिस्सों में पथ संचालन कर एकता व अनुशासन के साथ देशभक्ति का संदेश दिया।
रामलीला मैदान से शुरू हुई पथ संचालन में स्वयंसेवक कदम से कदम मिलाते हुए शामिल हुए। पथ संचालन रामलीला मैदान से शुरू होकर मुखर्जी चौक, शहीदी चौक, वाया शहीद कैप्टन सुनील चौधरी चौक से होते हुए ओल्ड बस स्टैंड, जराई चौक से होते हुए वापस रामलीला मैदान में संपन्न हुई। इसमें कठुआ नगर तथा आसपास के ग्रामीण खंडों की शाखाओं से स्वयंसेवकों ने भाग लिया। संचालन में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में थे और संघ के घोष (बैंड) की धुन के साथ कदम से कदम मिलाते हुए चल रहे थे। नगर में अनेक स्थानों पर पथ संचलन का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। पथ-संचलन से पहले सभी स्वयंसेवक तथा कार्यकर्ता रामलीला मैदान में एकत्रित हुए। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों को माननीय इंद्रजीत जी कठुआ नगर संघचालक, विद्या रतन जी कठुआ विभाग संचालक, प्रोफेसर शुभकरण जी मुख्य अतिथि,अनुराग जी विभाग प्रचारक मुख्य वक्ता ने संबोधित किया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना विजयदशमी के दिन डॉ. केशव राव बलिराम हेडगेवार जी ने 1925 में नागपुर में की थी। अतः संघ के स्वयंसेवक प्रत्येक वर्ष विजयदशमी या उसके आसपास के दिनों में पथ संचलन करते हैं और इस दिन को संघ स्थापना दिवस के रूप में भी मनाते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज में संगठन नहीं अपितु समाज का संगठनष् करने का कार्य करता है, राष्ट्रीय एवं अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति का चिंतन करता है। आसुरी शक्तियों का मर्दन करने के लिए समाज को संगठित करने का कार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ करता है। वहीं कार्यक्रम के अंत में भोजन की भी व्यवस्था की गई जिसमें स्वयंसेवकों ने भोजन ग्रहण किया और कार्यक्रम का समापन हुआ।
हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान