नारी चेतना संगम महिला समन्वय द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजित

 


कठुआ, 26 दिसंबर (हि.स.)। नारी चेतना संगम महिला समन्वय जिला कठुआ ने कठुआ में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में हज़ारों महिलाओं नें भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय चिंतन में एवं देश के विकास में मातृ शक्ति की भूमिका पर चर्चा करना था।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि परम पूजनीय 108 सुश्री गायत्री देवी जी महाराज थीं। उन्होंने कहा कि समाज को सशक्त बनाने के लिए नारी शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका है और बच्चों को सुसंस्कार देने पर बल दिया ताकि वो देश की भावी पीढ़ी के रूप में देश और समाज को नई दिशा दे सकें। श्रीमती स्वाती बसोत्रा प्रेरक वक्ता, प्रशिक्षक और उद्यमी कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहीं। उन्होंने कहा कि बाहरी आक्रमणकारियों नें जिनमें हूण व मुगल प्रमुख हैं, कैसे भारतीय सनातन परंपरा में भ्रांतियों और भ्रम को फैला दिया। लेकिन भारतीय नारी ने अपने शौर्य, वात्सल्य एवं मातृत्व से सामना किया। इन कुरीतियों का सामना करते हुए कैसे भारतीय नारी ने अपने परिवारों को संजोए रखा व सनातन संस्कृति को जीवित रखा तथा वही संस्कृति व परंपराएं परिवारों से समाज में स्थापित हुई।

वक्ता के अनुसार कुछ दुष्ट संस्कार लॉर्ड मैकाले की दुष्ट शिक्षा पद्धति का भी परिणाम हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मैनेजिंग डायरेक्टर टाइनी स्कॉलर हायर सेकेंडरी स्कूल कठुआ मनीषा रहीं। उन्होंने नारी शक्ति की उच्च शिक्षा पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बेटियां दो घरों को शिक्षित एवं रोशन करती हैं। उन्होंने कहा कि नारियां देश निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। श्रीमती अमिता जी जम्मू कश्मीर प्रांत संयोजिका महिला समन्वय ने श्रोताओं को भारत के इतिहास को गौरवशाली, वैभवशाली बनाने में महिलाओं की भूमिका का उल्लेख किया। पूरा कार्यक्रम सुषमा महाजन जिला संजोजिका नारी चेतना संगम कठुआ की देखरेख में हुआ। कार्यक्रम में आई हुई महिलाओं ने परिचर्चा में भाग ले कर अपनी जिज्ञासा का भी समाधान किया।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान