जीडीसी कठुआ में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती मनाई गई
कठुआ 23 जनवरी (हि.स.)। नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर सरकारी डिग्री कॉलेज कठुआ के इतिहास विभाग ने एनएसएस इकाइयों के सहयोग से नेता जी सुभाष चंद्र बोस के जीवन और योगदान विषय पर संगोष्ठी प्रतियोगिता का आयोजन किया।
संगोष्ठी प्रतियोगिता में पन्द्रह से अधिक स्वयंसेवकों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में जाहिरा खान, स्वाति शर्मा और गोल्डी देवी प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहीं। अन्य प्रतिभागियों को भागीदारी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का निर्णायक प्रोफेसर राम सिंह प्रमुख शिक्षा विभाग और समन्वयक इग्नू और प्रोफेसर हीना सैनी गणित विभाग द्वारा किया गया। प्रोफेसर मनमोहन सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय युवा सप्ताह के तहत आयोजित किया गया। 23 जनवरी 2024 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह दिन राष्ट्र के प्रति नेताजी की अदम्य भावना और निस्वार्थ सेवा को सम्मान देने और याद करने के लिए मनाया जाता है।
इस अवसर पर इतिहास विभाग के प्रमुख प्रोफेसर मनमोहन सिंह ने सम्मानित सभा को संबोधित किया। उन्होंने दर्शकों को बताया कि उन्होंने 1943 में पहली भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए), आजाद हिंद फौज का गठन किया और एक सशस्त्र तख्तापलट की घोषणा की और हजारों भारतीय युवाओं को इसमें शामिल होने के लिए प्रेरित किया। उनके प्रसिद्ध नारे ’तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा, जय हिंद और दिल्ली चलो’ स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लोकप्रिय थे। यह कार्यक्रम प्रिंसिपल प्रोफेसर सीमा मीर प्रिंसिपल जीडीसी कठुआ के संरक्षण और प्रोफेसर मनमोहन सिंह इतिहास विभाग के प्रमुख और एनएसएस प्रोग अधिकारी डॉ. कुलबीर सिंह, डॉ. पिंकी और डॉ. अरविंद कुमार की देखरेख में आयोजित किया गया था।
हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान