जिला टीबी फोरम कमेटी की हुई बैठक, जिले की 38 पंचायतें टीबी मुक्त

 


कठुआ 15 मई (हि.स.)। डीसी कार्यालय परिसर में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त कठुआ सुरिंदर मोहन की अध्यक्षता में जिला टीबी फोरम समिति की एक बैठक हुई। जिसमें जिला क्षय रोग अधिकारी कठुआ डॉ. राधा कृष्ण ने जिला टीबी प्रोफ़ाइल प्रस्तुत की।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि कठुआ जिले ने पूरे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 139 मामलों में से 43 एमडीआर मामलों (15 आईएनएच और 28 आरआर प्रतिरोधी) का सफलतापूर्वक निदान किया है, जो कुशल प्रयासों को दर्शाता है। इसके अलावा कठुआ जिला 91 प्रतिशत उपचार सफलता दर भी बनाए हुए है, जो सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वालों में से एक है। बैठक में बताया गया कि जिले की 257 पंचायतों में से 38 पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत घोषित किया गया है, जिनमें कठुआ की 7 पंचायतें, बिलावर की 8 पंचायतें, बसोहली की 5 पंचायतें, बनी की 7 पंचायतें और हीरानगर की 11 पंचायतें शामिल हैं। इसके अलावा निक्षय मित्र कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पोषण सहायता के रूप में जिले के 544 टीबी रोगियों को कुल 717 किट (खाद्य टोकरी) वितरित किए गए हैं। जिला टीबी फोरम की सराहना करते हुए एडीडीसी ने धूम्रपान करने वालों, वृद्धों और अशक्तों के अलावा सह-रुग्णता वाले मामलों पर विशेष ध्यान देने के साथ नमूना संग्रह के प्रयासों को तेज करने का आह्वान किया। उन्होंने फील्ड पदाधिकारियों को निदान किए गए मामलों को सर्वोत्तम संभव उपचार प्रदान करने के अलावा घर-घर सर्वेक्षण करने का भी निर्देश दिया। इससे पहले सीएमओ कठुआ ने ब्लॉक बसोहली, हीरानगर और नगरी में ट्रूनेट मशीन के प्रावधान सहित जिले के सभी स्वास्थ्य ब्लॉकों में उपलब्ध समर्पित बुनियादी ढांचे पर भी प्रकाश डाला। जबकि एनएएटी परीक्षण जीएमसी कठुआ, डीटीसी कठुआ, ब्लॉक बिलावर और बनी में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जीएमसी कठुआ ने टीबी मामलों की जांच में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसने हाल ही में कल्चर सैंपलिंग सुविधाएं भी शुरू की हैं।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान