मानसून से पहले बाढ़ विरोधी उपायों पर हुई चर्चा
कठुआ, 24 जून (हि.स.)। मानसून से पहले बाढ़ की तैयारियों को मजबूत करने के लिए एक निर्णायक कदम में कठुआ के उपायुक्त डॉ. राकेश मिन्हास ने जिले भर में बाढ़ विरोधी उपायों की समीक्षा और रणनीति बनाने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में बाढ़ शमन प्रयासों की योजना और कार्यान्वयन को अनुकूलित करने के लिए सभी संबंधित हितधारकों के बीच मजबूत समन्वय सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। डीसी ने राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य और सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग सहित विभागों के बीच तालमेल के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बाढ़ के खतरों से प्रभावी ढंग से निपटने और उन्हें कम करने के लिए एकीकृत प्रयास सर्वोपरि हैं। वर्तमान बाढ़ नियंत्रण उपायों की विस्तृत समीक्षा की गई, जिसमें नदियों नालों से गाद निकालना, तटबंधों का निर्माण, दीवारों को बनाए रखना और बाढ़ आश्रयों की स्थापना शामिल थी। सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने जिले की बाढ़ रक्षा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए चल रहे काम पर जोर देते हुए इन पहलों की प्रगति पर एक व्यापक अद्यतन प्रदान किया। डीसी ने बीडीओ को अपने संबंधित अधिकार क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा योजनाओं के लिए विशिष्ट धनराशि निर्धारित करने का भी निर्देश दिया, विशेष रूप से अपने क्षेत्रों में पहचाने गए संवेदनशील बिंदुओं को संबोधित करने के लिए। तहसीलदारों को बढ़ते जल स्तर की स्थिति में उनकी सुरक्षा और तैयारी सुनिश्चित करने के लिए नदी के किनारे और नालों के पास रहने वाले निवासियों को समय पर अलर्ट जारी करने का काम सौंपा गया। डीसी ने संबंधित विभागों को बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया। बैठक में एसएसपी कठुआ अनायत अली, एडीसी कठुआ रणजीत सिंह, एसडीएम हीरानगर, एसई हाइड्रोलिक कठुआ, एक्सईएन बाढ़ नियंत्रण, एक्सईएन सिंचाई, एक्सईएन पीएचई, एसीडी और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/सचिन//बलवान