दवाओं की कीमत पर निगरानी एवं उपलब्धता पर उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

 


कठुआ 02 फरवरी (हि.स.)। लोतिका खजुरिया ड्रग्स एंड फूड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन जेएंडके की देखरेख में मूल्य निगरानी और संसाधन इकाई जेएंडके द्वारा फार्मास्युटिकल दवाओं की कीमत की निगरानी और उपलब्धता पर उपभोक्ता जागरूकता पैदा करने के लिए जिला अस्पताल कठुआ में एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम का उद्देश्य अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित, गुणवत्ता और प्रभावकारी दवाओं की उपलब्धता के महत्व को उजागर करना है। इस कार्यक्रम में विभिन्न हितधारकों, आम जनता, फार्मा संघों और औषधि नियामक प्राधिकरणों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उप औषधि नियंत्रक मोहम्मद इकबाल पाला समारोह के मुख्य अतिथि थे, जिन्होंने बताया कि पीएमआरयू का प्राथमिक कार्य दवाओं की कीमतों की निगरानी, दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने और उपभोक्ता जागरूकता बढ़ाने में एनपीपीए की सहायता करना है। उन्होंने कहा कि पीएमआरयू सभी आवश्यक दवाओं की निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चित करने और राज्य औषधि नियंत्रक के माध्यम से एनपीपीए को अनुसूचित और गैर-अनुसूचित फॉर्मूलेशन की अधिसूचित कीमतों पर उल्लंघन की रिपोर्ट करने के लिए जमीनी स्तर पर सूचना एकत्र करने के तंत्र के साथ एनपीपीए के सहयोगी भागीदार के रूप में कार्य करते हैं। राजेश अंगुरल्ला डीडीसी (आईएलसी) ने कहा कि पीएमआरयू स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है क्योंकि अगर दवा के अणुओं को केवल जेनेरिक नामों में निर्धारित किया जाता है तो हमारी बीपीएल आबादी लाभान्वित हो सकती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक आक्रामक जागरूकता अभियान उपभोक्ता संबंधी मुद्दों का फार्मा व्यवसाय के बारे में बड़े पैमाने पर जागरूकता पैदा करने में मदद कर सकता है। अर्चना एडीसी (मुख्यालय) जम्मू ने दवा अणुओं के मूल्य निर्धारण परिदृश्य में प्रभावी बदलाव लाने के लिए सभी हितधारकों के सक्रिय सहयोग की मांग की। उन्होंने कहा कि विभाग पीएमआरयू पहल के समर्थन में कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना जारी रखेगा। हिना हामिद ने यूटी के पीआरएमयू द्वारा की गई गतिविधियों का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने एनपीपीए और पीएमआरयू द्वारा की गई गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने एनपीपीए द्वारा कार्रवाई शुरू करने के लिए फार्मा कंपनियों द्वारा ओवरचार्जिंग की घटनाओं को उजागर करने के लिए आवश्यक हितधारकों के समन्वय की मांग की। व्यापार से जुड़े प्रतिभागियों ने हितधारकों के साथ अपने व्यावहारिक अनुभव साझा किए। उन्होंने सर्वसम्मति से दवा के अणुओं पर प्रभावी निगरानी की वकालत की, जिनकी कीमत एक समान नहीं है। पंकज मल्होत्रा सहायक नियंत्रक औषधि (आईएलसी) जम्मू ने प्रतिभागियों को धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सभी हितधारक पीएमआरयू के जनादेश को हासिल करने के लिए मिलकर काम करेंगे। व्यापार सदस्यों को पीएमआरयू यूनिट में फॉर्मूलेशन के अधिक मूल्य निर्धारण के इनपुट साझा करने के लिए प्रेरित किया गया ताकि एनपीपीए अधिकारियों द्वारा दोषी विनिर्माण घरों के खिलाफ आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई की जा सके। व्यापार सदस्यों ने व्यापक जनहित में इस परिप्रेक्ष्य में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान