कठुआ प्रशासन ने तीसरा जनजातीय गौरव दिवस मनाया
कठुआ 15 नवंबर (हि.स.)। जिला प्रशासन कठुआ ने तीसरे जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में गुज्जर और बक्करवाल छात्रावास कठुआ के परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस अवसर पर सीपीओ कठुआ उत्तम सिंह मुख्य अतिथि थे जबकि पूर्व अध्यक्ष एमसी लखनपुर सुरमू दीन सम्मानित अतिथि थे। यह कार्यक्रम चालू वित्तीय वर्ष के दौरान जिले में आदिवासी कल्याण के संबंध में हासिल की गई उपलब्धियों पर प्रकाश डालने के साथ शुरू हुआ। कार्यक्रम के दौरान, गुज्जर बक्करवाल समुदाय के छात्रों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डालने के अलावा आदिवासियों के हितों पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर बोलते हुए सीपीओ कठुआ ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस का स्मरणोत्सव विभिन्न क्षेत्रों में जनजातीय समुदाय द्वारा किए गए मूल्यवान योगदान की सराहना करने के लिए समर्पित है। उन्होंने आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए जिले में की गई विकास पहलों पर भी प्रकाश डाला। बाद में सीपीओ कठुआ ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रदर्शन करने वाले गुज्जर और बक्करवाल छात्रावास के छात्रों को पुरस्कार भी दिए। गौरतलब हो कि प्रासंगिक रूप से भारत सरकार ने वर्ष 2021 से आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी “बिरसा मुंडा“ की जयंती को चिह्नित करने के लिए 15 नवंबर को ’जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है, जो न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि समाज सुधारक भी थे और आदिवासियों का नेतृत्व भी करते थे। आंदोलन, अर्थात् ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार की शोषणकारी प्रणालियों के खिलाफ उलगुलान (विद्रोह)। उन्हें धरती अब्बा के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि उन्होंने आदिवासियों को उनकी सांस्कृतिक जड़ों को समझने और एकता का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान