जेसीबी मशीन से रेहड़ी तोड़ना निंदनीय, मानवाधिकारों का हुआ उल्लघंन- अप्पू सिंह

 


कठुआ 16 दिसंबर (हि.स.)। बीते दिनों कठुआ शहर में नगर परिषद द्वारा चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान एक गरीब रेहड़ी वाले सन्नी कुमार की रेहड़ी तोड़ने वाला मामला दिन व दिन तूल पकड़ता जा रहा है। शनिवार को आम आदमी पार्टी की राज्य प्रवक्ता अधिवक्ता अप्पू सिंह ने भी रेहड़ी वाले की पिटाई और जेसीबी मशीन से उसकी रेहड़ी को बर्बाद करने के कृत्य को निंदनीय करार दिया है।

एक पत्रकारवार्ता के दौरान अधिवक्ता अप्पू सिंह ने कहा कि आवास मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़े शहरी गरीबी उन्मूलन, स्पष्ट रूप से बताता है कि भारत में लगभग पंद्रह करोड़ लोग स्ट्रीट वेंडिंग व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। लेकिन जिस प्रकार सन्नी कुमार की पिटाई और जेसीबी मशीन से उसकी रेहड़ी को बर्बाद किया गया है वह निंदनीय हैं। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण विरोधी अभियान भारतीय संविधान के दायरे में है, उनकी पार्टी और कठुआ के निवासी अपने प्रशासक के साथ खड़े हैं। एडवोकेट अप्पू सिंह ने कठुआ के जिला अधिकारियों को याद दिलाया कि रेहड़ी वालों को दिन-प्रतिदिन जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उन्हें देखते हुए, वे अभी भी महान योगदानकर्ता हैं। भारत की आर्थिक स्थिति के लिए हमेशा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने उपायुक्त कठुआ की सराहना भी की जिन्होंने सन्नी कुमार स्ट्रीट वेंडर को मौद्रिक मुआवजा दिया जिनकी सब्जियां और फल जेसीबी मशीन द्वारा कुचल दिए गए थे। इसके अलावा उन्होंने कठुआ के उपायुक्त से उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया, जिन्होंने सन्नी कुमार के सामान को बर्बाद कर दिया।

उन्होंने कठुआ के उपायुक्त की कानूनी टीम को स्ट्रीट वेंडर्स अधिनियम 2014 के साथ-साथ जम्मू कश्मीर स्ट्रीट वेंडर्स मॉडल स्कीम 2021 को सावधानीपूर्वक पढ़ने के लिए कहा ताकि यह समझा जा सके कि स्ट्रीट वेंडरों को कैसे हटाया और स्थानांतरित किया जा सकता है। अधिकारियों को बताना होगा कि क्या एक्ट के तहत टाउन वेंडिंग कमेटी का गठन किया गया था। विवादास्पद मुद्दा यह है कि रेहड़ी वालों का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्यों की संख्या 40 प्रतिशत से कम नहीं होनी चाहिए; सड़क विक्रेताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्यों में से एक तिहाई महिला विक्रेता होंगी।

इसी प्रकार स्ट्रीट वेंडर्स के लिए जेके मॉडल स्कीम 2021 के अध्याय 7 में धारा 18 और धारा 19 में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि सामान की जब्ती कैसे की जानी है और दंड क्या हैं। योजना में यह बिल्कुल भी नहीं कहा गया है कि सड़क विक्रेताओं को बेदखल या स्थानांतरित करते समय अधिकारी उन्हें अपमानित या पीट सकते हैं जो उनके मानवाधिकारों को नष्ट कर देता है। सिंह ने डीसी कठुआ से मुख्य बाजार जहां पिछले साठ वर्षों से सब्जी और फल रेहड़ी वाले अपना व्यवसाय कर रहे हैं, को विरासत बाजार के रूप में परिवर्तित करने का अनुरोध किया। उन्होंने माननीय एलजी से भी अनुरोध किया कि सड़क विक्रेताओं के अतिक्रमण विरोधी अभियान की पूरी कवायद उनकी आजीविका और कल्याण के लिए होनी चाहिए, न कि उत्पीड़न और उजाड़ने के लिए। सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा जम्मू-कश्मीर के रेहड़ी वालों एवं आम आदमी की आवाज उठाती रहेगी।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान