युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमशीलता के अवसर पैदा करना हमारा मुख्य उद्देश्य- उपराज्यपाल
जम्मू 06 दिसंबर (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने फ्लोरा नागबनी पंचायत में ’विकित भारत संकल्प यात्रा’ में भाग लिया। उपराज्यपाल ने सरकारी योजनाओं की संतृप्ति प्राप्त करने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के दृष्टिकोण और उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि आउटरीच अभियान को जनता, विशेषकर महिलाओं, युवाओं और किसानों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। महिलाएं और युवा भी विकास रथ के सारथी बन गए हैं और योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी की यह रचनात्मक भावना एक आधुनिक और समृद्ध जम्मू कश्मीर के निर्माण के लिए केंद्र शासित प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों तक लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करेगी। उन्होंने सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन और कमजोर और हाशिए पर रहने वाले वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए माननीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में यूटी प्रशासन के प्रयासों को साझा किया। उन्होंने कहा कि सरकार उन लोगों के जीवन को रोशन करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनके साथ कई दशकों तक गलत व्यवहार किया गया और भेदभाव का सामना करना पड़ा।
उपराज्यपाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को व्यावसायिक केंद्रों के रूप में विकसित करना और गांवों में युवाओं के लिए आकर्षक रोजगार और उद्यमशीलता के अवसर पैदा करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। उपराज्यपाल ने ठोस-तरल अपशिष्ट प्रबंधन में फलोरा नागबनी पंचायत के सरपंच के प्रयास की सराहना की। उन्होंने पीआरआई प्रतिनिधियों से अपनी संबंधित पंचायत को एक मॉडल पंचायत में बदलने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने का आह्वान किया। उपराज्यपाल ने इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों, पीआरआई सदस्यों और नागरिकों को ’हमारा संकल्प विकसित भारत’ की शपथ दिलाई। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का दौरा किया और विभिन्न योजनाओं के तहत लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र सौंपे। वंदना कुमारी, सरपंच फ्लोरा नागबनी ने सरकारी योजनाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर रमेश कुमार मंडलायुक्त जम्मू, सचिन कुमार वैश्य उपायुक्त जम्मू, शक्ति पाठक डीआइजी जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज, वरिष्ठ अधिकारी, पीआरआई सदस्य, लाभार्थी, स्वयं सहायता समूहों के सदस्य और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान