जम्मू और कश्मीर पुलिस ने किरायेदार नामक एक ऑनलाइन सत्यापन पोर्टल लॉन्च किया

 

जम्मू, 20 दिसंबर (हि.स.)। जम्मू और कश्मीर पुलिस ने शनिवार को किरायेदार नामक एक ऑनलाइन सत्यापन पोर्टल लॉन्च किया ताकि किरायेदारों की रिपोर्टिंग में मौजूद कमियों को दूर किया जा सके जो कि मकान मालिकों के खिलाफ एफआईआर सहित प्रवर्तन कार्रवाई के बावजूद बनी हुई हैं।

अधिकारियों के अनुसार इस पोर्टल का उद्देश्य अनुपालन को आसान बनाना और किरायेदार सत्यापन को सुव्यवस्थित करना है जम्मू एसएसपी जोगिंदर सिंह ने यहां आम जनता के लिए किरायेदार कार्यक्रम शुरू किया और किरायेदारों की रिपोर्टिंग और सत्यापन में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद जताई जिससे आंतरिक सुरक्षा मजबूत होगी और नागरिकों को एक सुरक्षित जम्मू प्रदान करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा जम्मू और कश्मीर में अतीत में राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा असामाजिक गतिविधियों की घटनाएं देखी गई हैं। आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना और नागरिकों के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करना पुलिस की सर्वोपरि जिम्मेदारी है ताकि केंद्र शासित प्रदेश के हर कोने में शांति और समृद्धि का विकास हो सके।

एसएसपी ने बताया कि जम्मू शीतकालीन राजधानी होने के कारण केंद्र शासित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से विशेषकर सर्दियों के महीनों में लोगों का निरंतर आगमन होता रहता है। इनमें से बड़ी संख्या में लोग जम्मू में किराए के मकानों में रहते हैं। इसके अलावा जम्मू और आसपास के इलाकों में कई बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं चल रही हैं जिसके कारण मजदूर ठेकेदार और तकनीकी कर्मचारी भी किराए के मकानों में रह रहे हैं सिंह ने कहा साथ ही यह भी कहा कि राष्ट्रविरोधी तत्व लोगों के इस बड़े पैमाने पर आगमन का फायदा उठाकर झूठे बहाने से किराए के आवास पर कब्जा कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि किरायेदारों की रिपोर्टिंग और सत्यापन को अनिवार्य कर दिया गया है और उपायुक्त ने भी इस नियम को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं।

हालांकि यह देखा गया है कि कई मकान मालिक बुजुर्ग हैं शहर से बाहर रहते हैं या अपनी व्यस्त दिनचर्या या नौकरी की मजबूरियों के कारण पुलिस स्टेशनों में जाने में असमर्थ हैं।

एसएसपी ने कहा कई मामलों में लोग पुलिस स्टेशन जाने से भी कतराते हैं। इन कारणों से किरायेदारों की शिकायत दर्ज करने और उसके बाद सत्यापन की प्रक्रिया बाधित हो रही थी। इस संबंध में मकान मालिकों के खिलाफ 12 एफआईआर दर्ज की गईं जबकि पुलिस ने 10000 से अधिक किरायेदारों का सत्यापन किया।

उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए जम्मू पुलिस ने ऑनलाइन पोर्टल विकसित करके एक सक्रिय पहल की है। उन्होंने कहा इसे आईआईटी जम्मू के तीन छात्रों और कठुआ के एक स्थानीय युवक के संयुक्त प्रयासों से एसडीपीओ सिटी वेस्ट जम्मू के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है।

यह पोर्टल उपयोगकर्ता के अनुकूल है कभी भी और कहीं से भी सुलभ है और जनता के लाभ के लिए मकान मालिकों और पुलिस के बीच एक प्रभावी संचार सेतु का काम करता है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / SONIA LALOTRA