बीएफडीसी ने श्राइन बोर्ड के गठन में देरी पर चिंता व्यक्त की

 




जम्मू, 22 नवंबर (हि.स.)। श्राइन बोर्ड को लेकर बाहु किला विकास समिति (बीएफडीसी) की बैठक हुई, जिसमें मंडलायुक्त जम्मू द्वारा चार मार्च 2023 को सचिव पर्यटन विभाग को भेजे गए श्राइन बोर्ड के गठन पर सहमति पत्र पर कोई कार्रवाई न होने पर चिंता व्यक्त की गई।

इस अवसर पर बोलते हुए समिति के अध्यक्ष राजीव चाढ़क ने कहा कि श्राइन बोर्ड के गठन की प्रक्रिया लंबित होने के कारण संदेह जताया है। उनका दावा है कि सचिव पर्यटन विभाग पिछले 9 माह से कार्रवाई नहीं कर रहा है। यह पत्र उन्होंने प्रमुख सचिव जीएडी ही भेजना था। उन्होंने कहा कि पिछले 9 महीने से प्रस्ताव को आगे न भेजना उनकी कार्यशैली पर संदेह पैदा करता है। उन्होंने कहा कि कटरा तक सीधी ट्रेन चलने के बाद जम्मू की पर्यटन से जुड़ी व्यावसायिक इकाइयों को लगातार घाटा हो रहा है, जो आने वाले दिनों में कश्मीर तक रेल पहुंचने पर और बढ़ जाएगा।

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व की रेल काश्मीर पहुंचे, वावे वाली माता मंदिर का श्राइन गठित हो जाना चाहिए ताकि जम्मू में आने बाले धार्मिक पर्यटकों को सुविधाएं मिलें। मन्दिरों का शहर जम्मू श्री माता वैष्णो देवी जी की तरह धार्मिक पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बने। उन्होंने कहा कि श्राइन बोर्ड गठन के उपरांत विकास कार्यों और श्राद्धलुओं को सुविधाएं उपलब्ध करवाना श्राइन बोर्ड का कार्य रहेगा। प्रदेश सरकार पर यहां खर्च करने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा जिससे श्राइन बोर्ड प्रदेश सरकार का एक और बोझ कम करने में सहायक होगा।

उन्होंने कहा कि माता महाकाली वावे वाली जी के मन्दिर मे इतना चढ़ावा है कि जिला प्रशासन जम्मू के सामान्तर प्रशासनिक इकाई चला उदाहरणार्थ विकास, वेतन एवं मंदिरों शहर जम्मू में जर्जर हालत में पड़े प्राचीनतम मन्दिरों का जीर्णोद्धार करवा कर वहां आसपास रहने वाले बेरोजगारों को रोजगार देने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में माता वावे वाली जी के मन्दिर के लिए श्राइन बोर्ड गठन हेतु बिल बना 2018 मे ही समस्त विभागों द्वारा प्रक्रिया पूरी कर ली परन्तु फिर भी पर्यटन विभाग द्वारा ठण्डे वस्ते में डाल दिया है। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान