छात्रों को जैविक खेती वर्मीकम्पोस्टिंग के फायदे बताए

 


कठुआ, 03 सितंबर (हि.स.)। जीएलडीएम डिग्री कॉलेज हीरानगर ने कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ, विस्तार निदेशालय शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जम्मू के सहयोग से वर्मीकंपोस्टिंग पर कौशल व्यावसायिक प्रशिक्षण का आयोजन किया।

प्रशिक्षण में कुल पचास छात्रों ने अपना पंजीकरण कराया। संसाधन लोग डॉ. विशाल महाजन प्रमुख केवीके कठुआ और डॉ. अनामिका जामवाल मुख्य वैज्ञानिक केवीके कठुआ थे। प्रशिक्षण के पहले दिन प्रतिभागियों का पंजीकरण किया गया। डॉ. विशाल महाजन ने एक बहुत ही रोचक प्रस्तुति के माध्यम से छात्रों को जैविक खेती, वर्मीकम्पोस्टिंग के उद्देश्य और वर्मीकम्पोस्ट के फायदों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने छात्रों को वर्मीकम्पोस्टिंग को एक उद्यम के रूप में शुरू करने के लिए भी प्रेरित किया और उभरते उद्यमियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। विभाग ने प्रशिक्षण के आगामी दिनों में वर्मीबेड स्थापित करने के लिए महाविद्यालय को एक वर्मीबेड दान किया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. प्रज्ञा खन्ना ने भी छात्रों को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ वर्मीकम्पोस्टिंग शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को कुशल बनाने के लिए आईआईसी के तहत समय-समय पर कॉलेज द्वारा आयोजित अन्य कौशल प्रशिक्षणों, कार्यशालाओं और व्याख्यानों से भी छात्रों को अवगत कराया।

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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया