डॉ. फारूक अब्दुल्ला को पाकिस्तान की वकालत बंद कर देनी चाहिए: रैना
जम्मू, 12 जून (हि.स.)। डॉ. फारूक अब्दुल्ला को पाकिस्तान की वकालत बंद कर देनी चाहिए, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में शांति और समृद्धि को नष्ट करने पर आमादा दुश्मन देश के साथ कोई बातचीत नहीं हो सकती। यह बात जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र रैना ने बुधवार को कही है। उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की पाकिस्तान के साथ बातचीत की वकालत करने पर आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान ने प्रायोजित आतंकवाद के जरिए जम्मू-कश्मीर को बर्बाद कर दिया है।
रैना ने कहा कि भाजपा राष्ट्र प्रथम की नीति में दृढ़ता से विश्वास करती है और हमारी सरकार पाकिस्तान को उसी भाषा में जवाब देगी, जो वह समझता है। अब्दुल्ला को पाकिस्तान की वकालत बंद कर देनी चाहिए, जिसने जम्मू-कश्मीर को बर्बाद कर दिया है और निर्दोष नागरिकों की हत्या करने के लिए आतंकवादियों को प्रशिक्षण, हथियार और यहां भेजकर क्षेत्र को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की निंदा करने, उसे आईना दिखाने और दुनिया के सामने उसका काला चेहरा उजागर करने के बजाय वह बातचीत की वकालत कर रहे हैं, जो बेहद खेदजनक है।
रैना ने कहा कि अब्दुल्ला को लोगों को बताना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर में हो रहे खून-खराबे के पीछे पाकिस्तान का हाथ है या नहीं। रैना ने कहा कि पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों को प्रशिक्षण दे रही है और उन्हें हथियार मुहैया करा रही है, उसके बाद ही उन्हें जम्मू-कश्मीर में भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति रखना ठीक नहीं है, बल्कि अब्दुल्ला को भारतीय सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों का मनोबल बढ़ाना चाहिए और आतंकवाद से लड़कर क्षेत्र की रक्षा करने के लिए उनके बलिदान को सलाम करना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान