उपायुक्त राजौरी ने राजौरी-थन्नामंडी-सूरनकोट सड़क परियोजना की प्रगति की समीक्षा की

 


जम्मू, 8 जनवरी (हि.स.)। उपायुक्त राजौरी ओम प्रकाश भगत ने महत्वपूर्ण राजौरी-थन्नामंडी-सूरनकोट सड़क परियोजना पर चल रहे काम की समीक्षा हेतु एक बैठक बुलाई।

उल्लेखनीय है कि यह महत्वपूर्ण सड़क पीर पंजाल क्षेत्र के लिए जीवन रेखा के रूप में कार्य करती है, जो सीमावर्ती जिले राजौरी को ऐतिहासिक मुगल रोड से जोड़ती है, जिसका रखरखाव सीमा सड़क संगठन द्वारा किया जाता है। राजौरी-थानामंडी-सूरनकोट रोड न केवल एक परिवहन गलियारा है, बल्कि सुंदर कश्मीर घाटी के लिए सबसे छोटा मार्ग भी है।

यह सड़क पुंछ जिले के बफलियाज़ में ऐतिहासिक मुगल रोड से मिलती है। यह कश्मीर घाटी से आने-जाने वाले सैकड़ों पर्यटकों, यात्री वाहनों और ट्रकों के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में कार्य करता है, जो जम्मू और देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ता है। यह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा उद्यम क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने और विकास को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं रखता है, जिससे समीक्षा अनिवार्य हो जाती है।

बैठक के दौरान एक व्यापक समीक्षा से संकेत मिला कि सड़क की कुल लंबाई 32 किलोमीटर है, और महत्वपूर्ण प्रगति पहले ही हासिल की जा चुकी है। इस बीच, उपायुक्त ने निर्माण कार्य से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की और अधिकारियों को मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए मिलकर काम करने को कहा।

उपायुक्त ने गुणवत्ता और सटीकता पर गहरी नजर रखते हुए अधिकारियों को सड़क के निर्माण के लिए निर्धारित विशिष्टताओं का दृढ़ता से पालन करने का निर्देश दिया। त्रुटिहीन गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने पर उनका जोर एक ऐसी सड़क बनाने की प्रशासन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है जो न केवल स्थानीय आबादी के लिए जीवन रेखा के रूप में काम करती है बल्कि स्थायित्व और सुरक्षा के मामले में भी समय की कसौटी पर खरी उतरती है।

इसके अलावा, उपायुक्त ने संबंधित विभागों को समय पर परियोजना वितरण की तात्कालिकता और महत्व को पहचानते हुए, सड़क कार्य को पूरा करने में अपने प्रयासों में तेजी लाने का निर्देश दिया।

अंत में, इस समीक्षा बैठक ने राजौरी-थानामंडी-सूरनकोट सड़क परियोजना की प्रगति का आकलन करने का अवसर प्रदान किया। इसमे पीर पंजाल क्षेत्र के लिए जीवन रेखा के रूप में सड़क की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया और निर्माण प्रक्रिया के दौरान उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त राजौरी राजीव कुमार खजूरिया, सहायक आयुक्त रक्षा सलीम कुरैशी और बीआरओ के अधिकारी शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान