डीसी कठुआ ने बढ़ती गर्मी के मद्देनजर बिजली पानी की चुनौतियों से निपटने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की

 


कठुआ 18 अप्रैल (हि.स.)। गर्मी की बढ़ती स्थिति को देखते हुए डीसी कठुआ डॉ. राकेश मिन्हास ने शुक्रवार को गर्मी की तैयारियों पर एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की जिसमें जिले भर में निर्बाध पानी और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

शुरुआत में डीसी ने गर्मी के मौसम में पानी और बिजली की बढ़ती मांगों को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए सावधानीपूर्वक योजना और समन्वित निष्पादन की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने बढ़ते तापमान के बीच जनता की असुविधा को कम करने के लिए सक्रिय उपायों के महत्व पर जोर दिया। पानी और बिजली आपूर्ति की स्थिति की विस्तृत उप-विभागवार समीक्षा की गई, जिसमें मौजूदा मौसम पैटर्न के कारण संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की गई। अधिकारियों को तत्काल हस्तक्षेप के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों को चिह्नित करने और प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया। बैठक में बताया गया कि इस मौसम में रंजीत सागर बांध झील में जल स्तर तुलनात्मक रूप से कम है, जिससे बसोहली और आसपास के क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। इसके अतिरिक्त डीसी ने जिले के कंडी बेल्ट और पहाड़ी इलाकों में पानी की कमी की स्थिति का जायजा लिया। आपूर्ति की कमी को पूरा करने के लिए यह निर्णय लिया गया कि स्थानीय आवश्यकताओं के आधार पर प्रभावित क्षेत्रों में पानी के टैंकर और ट्रॉलियां तैनात की जाएंगी, ताकि समय पर पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। डीसी को जेजेएम के तहत प्रगति के बारे में भी जानकारी दी गई, जिसमें इस महीने के अंत तक 10 से अधिक योजनाएं शुरू की जानी हैं, जिससे जल-तनावग्रस्त क्षेत्रों को बहुत जरूरी राहत मिलेगी।

नागरिक-केंद्रित कदम में डॉ. मिन्हास ने 24Û7 संयुक्त नियंत्रण कक्ष हेल्पलाइन की स्थापना की घोषणा की। यह सुविधा निवासियों के लिए पानी और बिजली आपूर्ति से संबंधित शिकायतें दर्ज करने के साथ-साथ जंगल की आग की घटनाओं की रिपोर्ट करने के लिए एक एकीकृत मंच के रूप में काम करेगी। इसके अलावा, डीसी ने एक्सईएन ग्राउंड वाटर को स्थानीय जल पहुंच को बढ़ाने के लिए गैर-कार्यात्मक हैंडपंपों की मरम्मत को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। सभी वन रेंजों के डीएफओ को जंगल की आग की घटनाओं का जवाब देने में सतर्क और सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया। सामाजिक वानिकी के तहत वृक्षारोपण की सिंचाई का समर्थन करने के लिए एक्सईएन पीएचई को टैंकरों और ट्रॉलियों के माध्यम से समय पर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। एक्सईएन पीडीडी को बिजली आपूर्ति में रुकावट के मद्देनजर तकनीकी सहायता की चैबीसों घंटे उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया, खासकर पीएचई जल आपूर्ति के लिए स्थापित समर्पित फीडर। डॉ. मिन्हास ने सभी विभागों से निकट समन्वय बनाए रखने और जनता की चिंताओं को तेजी से और कुशलता से दूर करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने का आह्वान किया, ताकि गर्मी के मौसम में दैनिक जीवन में न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित हो सके। बैठक में एडीडीसी कठुआ सुरिंदर मोहन, एडीसी कठुआ विश्वजीत सिंह, सीपीओ कठुआ रंजीत ठाकुर, एक्सईएन पीएचई, एक्सईएन पीडीडी, डीएफओ और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया