श्री अमरनाथ जी यात्रा लंगर समितियों से टैक्स वसूलने की आलोचना की
जम्मू, 22 जून (हि.स.)। शिवसेना हिंदुस्तान ने शनिवार को लंगर समितियों से बिक्री और टोल टैक्स वसूलने का विरोध किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी ने त्रेवा गांव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए श्री अमरनाथ जी यात्रा लंगर समितियों से टैक्स वसूलने की आलोचना की। केसरी ने कहा कि इससे राज्य में सांप्रदायिक मतभेद पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि लंगर समितियों को हतोत्साहित करने के इस तरह के प्रयास सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्र की एकता के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू क्षेत्र के लोगों ने भाजपा को वोट दिया और दो संसदीय सीटें जीतने में सफल रहे।
जम्मू के लोगों का कर्ज चुकाने के बावजूद भाजपा अपने लालच को पूरा करने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपा ने लंगर सामग्री को टोल टैक्स से मुक्त करने का वादा किया था लेकिन अब टोल मुक्त करने के बावजूद सरकार बिक्री कर भी वसूल रही है। एलजी प्रशासन श्रद्धालुओं और लंगर कमेटियों की भावनाओं से खेलने की कोशिश कर रहा है, लंगर कमेटियां सामग्री का उपयोग दान के रूप में करने जा रही हैं और बेचकर लाभ नहीं कमा रही हैं। केसरी ने कर लगाने की निंदा करते हुए मांग की कि राज्य के बाहर से आने वाली लंगर सामग्री को बिक्री कर के साथ-साथ टोल टैक्स से भी मुक्त किया जाना चाहिए।
अगर सरकार चाहे तो यह टैक्स माफ कर सकती है, जैसे हरिमंदिर साहिब के श्रद्धालुओं पर टैक्स माफ किया गया है, उसी तरह बाबा अमरनाथ और वैष्णो देवी को भी जीएसटी से मुक्त किया जाना चाहिए, सभी टैक्स केवल हिंदुओं पर ही क्यों, सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचना चाहिए। हालांकि उन्होंने सरकार से श्री अमरनाथ यात्रा के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की मांग की। इस बीच, केसरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जीएसटी वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि इस कदम से हिंदू समुदाय सदमे में है। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में अरनिया ब्लॉक प्रधान बलवंत फौजी, बिश्नाह ब्लॉक प्रधान राजकुमार बाबा, संजीव शर्मा, सुरेश कुमार, राजेश कुमार, दर्शना देवी, नीरू देवी, रजनी देवी, विजय देवी शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान