भाजपा नेता ने विकेंद्रीकरण का विरोध करने के लिए पूर्व नौकरशाह हसीब द्राबू की आलोचना की

 


जम्मू, 30 नवंबर (हि.स.)। डॉ. अभिजीत जसरोटिया ने अपने तीखे संबोधन में पूर्व नौकरशाह से राजनेता बने हसीब द्राबू की जम्मू-कश्मीर के विकेंद्रीकृत शासन मॉडल की आलोचना के लिए आलोचना की। डॉ. जसरोटिया ने द्राबू के तीन-स्तरीय प्रणाली के विरोध की आलोचना की और इसे एक बीते युग का प्रतीक बताया जहां सत्ता लोगों के साथ साझा करने के बजाय अभिजात वर्ग द्वारा जमा की जाती थी।

डॉ. जसरोटिया ने कहा द्राबू नौकरशाही विशेषाधिकार के माध्यम से प्रमुखता में आए,न कि जमीनी स्तर के संघर्ष के माध्यम से आये हैं। उन्होंने पंचों, सरपंचों और जिला विकास परिषदों (डीडीसी) द्वारा विधायकों की शक्ति को कमजोर करने पर द्राबू की हालिया टिप्पणियों की आलोचना की और उन्हें अधिकार प्राप्त और लोकतांत्रिक सिद्धांतों से अलग बताया।

उन्होंने द्राबू की स्थिति की विडंबना को रेखांकित किया, उन्होंने राजपोरा निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ने की ओर इशारा किया जिसने उन्हें एक बार चुना था। जसरोटिया ने टिप्पणी की उन लोगों को सशक्त बनाने के बजाय जिन्होंने उन्हें अपना जनादेश सौंपा था, वे अब दूर से व्याख्यान देते हैं और शासन को लोकतांत्रिक बनाने वाले सुधारों को बदनाम करते हैं। आलोचना यहीं नहीं रुकी। डॉ. जसरोटिया ने नौकरशाहों से राजनेता बने लोगों की व्यापक घटना पर निशाना साधा और उन्हें पैराशूट राजनेता करार दिया जो सत्ता हासिल करने के लिए जमीनी चुनौतियों को दरकिनार करते हैं। उन्होंने तीन-स्तरीय प्रणाली की प्रशंसा करते हुए इसे नए जम्मू और कश्मीर के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण की आधारशिला बताया जिसमें शासन को लोगों के करीब लाने की इसकी क्षमता पर जोर दिया गया।

डॉ. जसरोटिया ने कहा सत्ता अर्जित की जाती है उपहार में नहीं मिलती। जमीनी स्तर से उभरे नेता अब विधायकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और कुलीन राजनेताओं के एकाधिकार को तोड़ रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए द्राबू की नई प्रशंसा पर कटाक्ष करते हुए डॉ. जसरोटिया ने इसे प्रासंगिक बने रहने का एक हताश प्रयास कहा। उन्होंने द्राबू से राजपोरा के लोगों से फिर से जुड़ने का आग्रह करते हुए कहा सच्चा लोकतंत्र विशेषाधिकार प्राप्त स्थानों से प्रवचन देने के बारे में नहीं है बल्कि उन लोगों से जुड़ने के बारे में है जिनका आप प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा