भाजपा ने कांग्रेस को केपी और विस्थापितों का विरोधी करारा दिया

 


जम्मू, 18 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्व एमएलसी और जम्मू-कश्मीर के भाजपा प्रवक्ता गिरधारी लाल रैना ने कांग्रेस पार्टी पर कश्मीरी पंडितों (केपी) और पीओजेके विस्थापित लोगों के प्रति कथित दोहरे मानदंडों के लिए कड़ी निंदा की। रैना ने कांग्रेस और इंडी ब्लॉक पर इन समुदायों के लिए विभाजन और दर्द को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जिनका विस्थापन और पीड़ा दशकों से चली आ रही है।

रैना ने हाल ही में एक विवाद पर प्रकाश डाला जहां कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता रविंदर शर्मा के माध्यम से जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की जिसमें विधानसभा में सदस्यों को नामित करने की उपराज्यपाल की शक्ति को चुनौती दी गई - जो जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के तहत निष्पक्ष प्रतिनिधित्व के लिए एक आवश्यक प्रावधान है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पहले इसी तरह की याचिका को खारिज करने के बावजूद कांग्रेस इन उपायों का विरोध करना जारी रखे हुए है।

उन्होंने याद दिलाया कि कैसे कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने संसद में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 का विरोध किया जबकि अधीर रंजन चौधरी, मनीष तिवारी और विवेक तन्खा जैसे प्रमुख नेताओं ने विस्थापित समुदायों को लाभ पहुंचाने वाले प्रावधानों का सक्रिय रूप से विरोध किया। रैना ने विपक्ष के निराधार तर्कों की आलोचना की और 70 वर्षों से अन्याय झेल रहे लोगों के उचित दावों का समर्थन करने में उनकी विफलता की ओर इशारा किया। रैना ने कहा धार्मिक पूर्वाग्रह के आधार पर विस्थापित समुदायों के प्रति कांग्रेस और इंडी ब्लॉक की नफरत एक बार फिर उजागर हुई है।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा