जैव प्रौद्योगिकी के छात्र और संकाय ने उद्योग का दौरा किया
जम्मू, 8 दिसंबर (हि.स.)। श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी द्वारा अध्ययन पाठ्यक्रम के एक अनिवार्य हिस्से के रूप में एक दिवसीय उद्योग यात्रा का आयोजन किया। बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई कर रहे स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों ने पंथाल (कटरा) में किंगफिशर मिनरल वाटर बॉटलिंग यूनिट और खाद्य प्रसंस्करण इकाई का दौरा किया। छात्रों को आसवन/खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र की विभिन्न इकाइयों का पता लगाने और उद्योग विशेषज्ञों के साथ गहन चर्चा में शामिल होने का अवसर मिला और उन्हें सरकार द्वारा शुरू किए गए स्टार्ट-अप कार्यक्रमों के तहत इकाइयां स्थापित करने के लिए आवश्यक उद्यमिता कौशल पर व्यापक जानकारी प्रदान की गई।
छात्रों को विभिन्न पेय पदार्थों के उत्पादन में शामिल जटिल कामकाज और प्रसंस्करण विधियों में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की गई। छात्रों ने विभिन्न जैव प्रसंस्करण अनुभागों का दौरा किया और पास्चुरीकरण, भरने, गुणवत्ता नियंत्रण जांच आदि सहित विभिन्न चरणों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। छात्रों और संकाय को इस उद्योग के संस्थापक अध्यक्ष के साथ बातचीत करने का भी अवसर मिला जिन्होंने छात्रों को स्टार्ट अप के लिए प्रोत्साहित किया और स्थानीय आबादी के लिए आजीविका के अवसर पैदा करने वाले स्थानीय स्तर पर एक उद्योग शुरू करने पर जोर दिया।
छात्रों के साथ आए संकाय सदस्यों में स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के प्रमुख डॉ. रत्ना चंद्रा, डॉ. विनोद सिंह, डॉ. इंदु भूषण, डॉ. परवेज सिंह सलाथिया, अरविंद यादव और पंकज सूदन शामिल थे। श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रगति कुमार ने सक्षम पेशेवरों के रूप में अपने छात्रों के समग्र विकास और विकास के लिए स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के संकाय के प्रयासों के प्रति संतोष व्यक्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान