महिला डिग्री कालेज कठुआ में मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता व्याख्यान आयोजित

 


कठुआ, 04 दिसंबर (हि.स.)। राजकीय महिला डिग्री कॉलेज कठुआ के मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रकोष्ठ और नशा मुक्ति प्रकोष्ठ ने कॉलेज परिसर में मानसिक स्वास्थ्य पर एक ज्ञानवर्धक और जागरूकता-उन्मुख व्याख्यान का आयोजन किया।

संसाधन व्यक्ति प्रोफेसर अनुराधा सहायक प्रोफेसर मनोविज्ञान विभाग जीडीसी कठुआ ने भावनात्मक स्वास्थ्य, मानसिक संकट के शुरुआती लक्षणों, इससे निपटने की रणनीतियों और आज की तेज-तर्रार दुनिया में एक स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के महत्व पर केंद्रित एक व्यापक सत्र दिया।

छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रोफेसर अनुराधा ने इस बात पर जोर दिया कि मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है और उन्होंने युवा शिक्षार्थियों के बीच जागरूकता की बढ़ती आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्राओं को आवश्यकता पड़ने पर मार्गदर्शन लेने के लिए प्रोत्साहित किया और तनाव प्रबंधन, माइंडफुलनेस और सकारात्मक आत्म-देखभाल के व्यावहारिक तरीकों को साझा किया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या प्रो. सीमा जॉली के समग्र पर्यवेक्षण में आयोजित किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने भावनात्मक रूप से लचीले और मानसिक रूप से स्वस्थ युवाओं के पोषण में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका पर जोर दिया। परामर्श एवं नशामुक्ति प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ. रेणु ने कार्यक्रम का समन्वय किया और छात्रों के लिए एक सहायक वातावरण बनाने हेतु प्रकोष्ठ द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने नियमित कार्यशालाओं, परामर्श सत्रों और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य और मादक द्रव्यों के सेवन से संबंधित मुद्दों के समाधान हेतु महाविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई।

कार्यक्रम का समापन प्रो. सैयद नासर द्वारा औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने संसाधन व्यक्ति, संकाय सदस्यों, आयोजन समिति के डॉ. नासर, प्रो. रजनीश, डॉ. सोनिका, डॉ. अजय, डॉ. गोपाल और प्रो. नीरज तथा कार्यक्रम को सार्थक और प्रभावशाली बनाने के लिए सभी प्रतिभागी छात्रों का आभार व्यक्त किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया